गांधीनगर। सीएम विजय रूपाणी ने करुणा अभियान-2021 के लिए आवश्यक सुझाव और इनपुट प्रदान करने के लिए वन और पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ बातचीत की। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पशु कल्याण केंद्र में चिकित्सा देखभाल और उपचार का भी निरीक्षण किया, जो वन विभाग द्वारा शासित है। इसके अलावा उन्होंने एनजीओ और स्वैच्छिक संगठनों के प्रमुखों के साथ बातचीत की जो इस साल करुणा अभियान का हिस्सा हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि चीनी मांझा प्रतिबंधित है। राज्य सरकार इसके कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी कर रही है। इसका उपयोग करते हुए या उन्हें बेचते हुए पाए जाने पर कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा।
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— Vijay Rupani (@vijayrupanibjp) January 13, 2021
करुणा अभियान के बारे में जानकारी देते हुए रूपाणी ने कहा, “अब तक करुणा अभियान के तहत 50 हजार से अधिक पक्षियों और जानवरों को बचाया जा चुका है। मैं वन विभाग, गैर सरकारी संगठनों और अन्य सभी संगठनों को बधाई देता हूं जो निर्दोष जानवरों के जीवन को बचाने में सक्रिय रूप से शामिल हैं। करुणा अभियान सुरक्षित गुजरात की दिशा में एक और कदम है।”
मुख्यमंत्री ने COVID-19 संकट और बर्ड फ्लू के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा जारी SOPs का पालन करने और लागू करने के लिए करुणा अभियान में शामिल सभी से आग्रह किया। उन्होंने अधिकारियों को सलाह दी कि बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने के लिए अत्यधिक सावधानी बरतें और यह सुनिश्चित करें कि यह अन्य पक्षियों और जानवरों तक न फैले।
पशुपालन विभाग ने उत्तरायण के दौरान पक्षियों और जानवरों को आवश्यक चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए आवश्यक व्यवस्था की है। इसमें ICU, एम्बुलेंस और एक समर्पित 1962 पशु हेल्पलाइन शामिल हैं।