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‘हनीट्रैप में फंसकर किया देश का बंटवारा, अंग्रेजों को दी खुफिया सूचना’, राहुल के बयान से भड़के सावरकर के पोते ने नेहरू पर लगाये गंभीर आरोप

महाराष्ट्र में राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अंग्रोजों को पत्र लिखकर उनका नौकर बनने की इच्छा जाहिर की थी। इतना ही नहीं, उन्होंने आगे यह भी कहा था कि जेल में रहने के दौरान सावरकर ने पत्र लिखकर अंग्रेजों से दया की याचना किया था।

नई दिल्ली। वर्तमान में भारतीय राजनीति में विनायक दामोदर सावरकर को लेकर सियासी पारा अपने चरम पर है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच वाकयुद्ध छिड़ा है। बीते दिनों महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सावरकर को लेकर कुछ ऐसा बयान दे दिया था, जिसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। वहीं, राहुल गांधी के बयान के बाद सावरकर के पोते का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी के नाना व देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू पर गंभीर आरोप लगाए हैं और इन आरोपों की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार से जांच की मांग की है। हालांकि, अभी तक इस पर सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। आइए पहले जानते हैं कि सावरकर के पोते ने क्या कुछ कहा है?

सावरकर के पोते ने क्या कहा ?

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दरअसल, राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोपों पर सावरकर के पोते ने कहा कि पंडित नेहरू ने महिला की वजह से देश का विभाजन कर दिया था अन्यथा आज भारत और पाकिस्तान एक होता। ऐसी नौबत ही नहीं आती कि देश के दो टुकड़े होते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, बल्कि एक महिला की वजह से दो टुकड़ों में कर नई विभीषिका को जन्म दिया, जिसका दंश आज तक हम सभी देशवासियों को झेलना पड़ रहा है। बता दें कि सावरकर के पोते यही नहीं रूके। उन्होंने पंडित नेहरू पर आरोप लगाया कि वे देश से जुड़ी खुफियां जानकारियों को अंग्रेजों तक पहुंचाते थे। जिससे हमारे लिए सामरिक मोर्चे पर चुनौतियां पैदा हुईं, लेकिन अफसोस गांधी परिवार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था। सावरकर के पोते रंजीत यही नहीं रुके। उन्होंने नेहरू पर सुरक्षा मुद्दे के साथ समझौता करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने पंडित नेहरू पर सुरक्षा संधियों के साथ खिलवाड़ करने का भी आरोप लागया था। जिसे लेकर अब राजनीतिक पारा अपने चरम पर पहुंच चुका है। आइए, आगे जानते हैं कि वीर सारवरकर पर राहुल गांधी ने ऐसा क्या कह दिया था कि उनके पोते रंजीत सावरकर को सामने आना पड़ा।

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राहुल गांधी ने क्या कहा था

बता दें कि महाराष्ट्र में राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अंग्रोजों को पत्र लिखकर उनका नौकर बनने की इच्छा जाहिर की थी। इतना ही नहीं, उन्होंने आगे यह भी कहा था कि जेल में रहने के दौरान सावरकर ने पत्र लिखकर अंग्रेजों से दया की याचना की थी। ध्यान रहे कि राहुल गांधी ने सावरकर पर देश के साथ गद्दारी करने का भी आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि सावरकर ने अंग्रेजों को पत्र लिखकर आजीवान पेंशन देने की भी मांग की थी। राहुल के बयान पर आपत्ति जताई जा रही है। जिसका बीजेपी ने कड़ा प्रतिकार किया। बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र कर कहा कि जहां एक तरफ इंदिरा ने सावरकर को महान स्वतंत्रता सेनानी बताया था तो वहीं राहुल ने सावरकर के बारे में अशोभनीय टिप्पणी की है। ध्यान रहे कि राहुल ने उपरोक्त टिप्पणी महाराष्ट्र में की थी।

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मराठियों के लिए सावरकर माननीय हैं। यह उसी का नतीजा है कि राहुल गांधी के उपरोक्त बयान पर संजय राउत से लेकर उद्धव ठाकरे तक ने आपत्ति जताई और अब यह आपत्ति इतनी गहरी हो चुकी है कि महाविकास अघाड़ी और कांग्रेस के बीच दरार आने के भी आसार जताए जा रहे हैं। बीते शुक्रवार को इन्हीं मसलों को लेकर उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने प्रेस कांफ्रेंस किया था, जिसमें मुख्तलिफ मसलों का जिक्र किया गया था। बहरहाल, अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।