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Omicron Scare: भारत में भी कोरोना के नए वैरिएंट से दहशत, द. अफ्रीका से आए दो लोगों में होने की आशंका

पूरी दुनिया में कोरोना के नए वैरिएंट यानी Omicron से दहशत फैली हुई है। ये वायरस अब दक्षिण अफ्रीका तक ही सीमित नहीं रहा। दुनियाभर में इसके अब तक 98 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से 86 दक्षिण अफ्रीका में, 6 बोत्सवाना में, इंग्लैंड में 2, बेल्जियम में 1, हांगकांग में 2 और इजरायल में 1 मरीज हैं।

नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना के नए वैरिएंट यानी Omicron से दहशत फैली हुई है। ये वायरस अब दक्षिण अफ्रीका तक ही सीमित नहीं रहा। दुनियाभर में इसके अब तक 98 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से 86 दक्षिण अफ्रीका में, 6 बोत्सवाना में, इंग्लैंड में 2, बेल्जियम में 1, हांगकांग में 2 और इजरायल में 1 मरीज हैं। उधर, भारत में भी कोरोना के इस नए वैरिएंट से दहशत फैल गई है। कर्नाटक में दक्षिण अफ्रीका से आए दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अब इनके नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है, ताकि पता चल सके कि दोनों मरीजों में ओमिक्रॉन वैरिएंट है या डेल्टा वैरिएंट। दोनों को क्वारंटीन किया गया है। जिस फ्लाइट से ये लोग बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे थे, उस फ्लाइट के बाकी लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है। बेंगलुरु प्रशासन के मुताबिक 1 से 26 नवंबर तक दक्षिण अफ्रीका से 94 लोग आए। इनमें से दो ही कोरोना ग्रस्त मिले हैं।

बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने भी माना है कि नया वैरिएंट ओमिक्रॉन लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। नया वैरिएंट तेजी से फैलने वाला है टीका लगवा चुके लोगों में भी संक्रमण होने का पता चला है। इजरायल में नए वैरिएंट से संक्रमित हुए एक व्यक्ति को कोरोना टीकों के दोनों डोज के साथ तीसरी बूस्टर खुराक भी दी गई थी। बावजूद इसके ओमिक्रॉन वैरिएंट से वह ग्रस्त हो गया।

Boris Johnson

उधर, बेल्जियम के बाद कोरोना का ये वैरिएंट ब्रिटेन तक पहुंच गया है। ब्रिटिश स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के दो मामलों की पुष्टि हुई है। बीबीसी ने स्वास्थ्य मंत्री के हवाले से बताया कि चेम्सफोर्ड और नॉटिंघम में वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है। जावेद ने कहा कि दोनों मामले एक दूसरे से जुड़े हैं और दोनों मरीज अपने-अपने घरों में क्वारंटीन हैं। इनके संपर्क में आए लोगों का पता ब्रिटिश सरकार लगा रही है, ताकि ओमिक्रॉन के प्रसार को हर हाल में रोका जा सके।