लखनऊ। शरजील उस्मानी के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में विवादास्पद भाषण के संबंध में मामला दर्ज किया गया है। उस्मानी ने महाराष्ट्र के पुणे में एल्गार परिषद के कार्यक्रम में विवादास्पद भाषण दिया था। उस्मानी के भाषण के वीडियो पर अनुराग सिंह नाम के एक शख्स ने एफआईआर दर्ज कराई है, जिसे यूट्यूब पर पोस्ट किया गया था। पुलिस ने कहा, इस शिकायत के आधार पर, भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए, 153 ए, 153 ए (2), 153 बी (1) (सी), 295 ए, 298, 504, 505 (1) (बी) और 505 (2) के तहत और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उस्मानी 30 जनवरी को पुणे के गणेश कला क्रीड़ा मंच में आयोजित एल्गार परिषद कार्यक्रम में शामिल हुआ था। उसने हिंदू समुदाय के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसका वीडियो वायरल हो गया और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठी। महाराष्ट्र पुलिस ने भी विवादित भाषण देने के मामले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र उस्मानी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
हिंदू समाज को लेकर शरजील उस्मानी के भड़काऊ बयान पर मचा बवाल, BJP ने दर्ज कराया केस
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला शरजील उस्मानी एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। बता दें कि शरजील उस्मानी ने पुणे में 30 जनवरी को यलगार परिषद में हिंदू समाज को लेकर विवादित बयान दिया जोकि अब विवादों में घिर गया है। दरअसल उस्मानी ने अपने बयान में हिंदू समाज को लेकर कहा था कि, “आज का हिंदू समाज हिंदुस्तान में बुरी तरीके से सड़ चुका है।” इसके अलावा शरजील उस्मानी ने हिंदू धर्म के खिलाफ और भी कई भड़काऊ बातें कही थी। उस्मानी के इस भाषण का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसके बाद के बाद बीजेपी ने उस्मानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। विपक्ष के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखकर मांग की थी कि शरजील उस्मानी जोकि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) का पूर्व छात्र है, उसने 30 जनवरी 2021 को पुणे में आयोजित यलगार परिषद में हिंदू समाज के खिलाफ विवादित बयान दिया है। उसके बयान की वजह से समस्त हिंदू समाज की भावना आहत हुई है।
फडणवीस ने उस्मानी पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की उद्धव सरकार को शरजील उस्मानी के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई करते हुए राजद्रोह के आरोप में एफआईआर दर्ज करनी चाहिए।
बता दें कि 30 जनवरी को शरजील उस्मानी ने पुणे में यल्गार परिषद् की मीटिंग में हिंदू समाज को लेकर जहरीले बयान देने की वजह से सुर्खियों में आ गए हैं। इससे पहले 8 जुलाई 2020 को पुलिस ने शरजील को एंटी CAA मूवमेंट के दौरान एएमयू कैंपस में हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इतना ही नहीं एएमयू में जेएनयू छात्र शरजील इमाम को भाषण देने के लिए भी शरजील उस्मानी ने ही आमंत्रित किया था।
वहीं इस मामले में पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने बताया कि उस्मानी के खिलाफ भादंसं की धारा 153 (ए) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। अमिताभ गुप्ता ने बताया कि भाजपा युवा मोर्चा के स्थानीय नेता प्रदीप गावड़े ने उस्मानी के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी। उन्होंने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है।