नई दिल्ली। एक तरफ अफ्रीकी देश सूडान में रैपिड सपोर्ट फ़ोर्स और सेना के बीच घमासान युद्ध छिड़ा हुआ है। दूसरी तरफ इसको लेकर भारत में भी सियासी बवाल शुरू हो गया है। कर्नाटक के कुछ आदिवासी समुदाय के लोग सूडान में छिड़े गृहयुद्ध के बीच फंसे तो भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी कर उन्हें युद्ध के हालत में घर पर रहने और खाद्य सामग्री को अपने पास रखने की सलाह दी। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री रहे सिद्धारमैया के बीच ट्विटर पर एक अलग ही सियासी युद्ध देखने को मिला। मंगलवार को दोनों नेताओं के बीच सूडान में फंसे भारतीयों को लेकर खूब बहस हुई। सिद्धारमैया ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ ऐसी कई खबरें आ रही हैं कि कर्नाटक के 31 लोग सूडान में फंसे हुए हैं, सभी लोग कर्नाटक की हक्की पिक्की जनजाति के हैं।
It is reported that 31 people from Karnataka belonging to Hakki Pikki tribe, are stranded in Sudan which is troubled by civil war.
I urge @PMOIndia @narendramodi, @HMOIndia, @MEAIndia and @BSBommai to immediately intervene & ensure their safe return.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) April 18, 2023
इसके साथ ही सूडान में भारतीय दूतावास और भारत सरकार पर इस निशाना साधते हुए उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘सूडान में इन जनजातियों के पास खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं है और सरकार ने अभी तक उन्हें वापस लाने के लिए कार्रवाई शुरू नहीं की है।गुजर करने वाली बात ये है कि सिद्धारमैया के इन आरोपों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जोरदार पलटवार करते हुए ट्वीट किया, ‘आपके ट्वीट से स्तब्ध हूं, जीवन दांव पर है…राजनीति मत कीजिए.’ इसके साथ ही अपने ट्वीट में विदेश मंत्री ने ये भी बताया कैसे सूडान के गृहयुद्ध में फंसे भारतीय नागरिकों के साथ वो लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। इसके साथ ही विदेश मंत्री ने सुरक्षा कारणों के चलते वहां फंसे नागरिकों की जानकारी साझा न किये जाने पर भी जानकारी दी, उनका मानना है कि अगर हम उनसे जुडी कोई जानकारी इस तरह से साझा करते हैं तो उनकी जान को खतरा हो सकता है।
Simply appalled at your tweet! There are lives at stake; don’t do politics.
Since the fighting started on April 14th, the Embassy of India in Khartoum has been continuously in touch with most Indian Nationals and PIOs in Sudan. https://t.co/MawnIwStQp
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) April 18, 2023
आपको बता दें कर्नाटक चुनाव से पहले बीजेपी को आदिवासी समुदाय के सामने निशाने पर लाने के लिए जयशंकर ने सिद्धारमैया को खूब लताड़ लगाई। उन्होंने कहा, सूडान में फंसे लोगों की स्थिति का राजनीतिकरण करना आपके लिए घोर गैर जिम्मेदाराना बर्ताव है, चुनावी फायदे के लिए आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। वहीं जब जयशंकर ने ऐसे ट्वीट किए तो इसके पलटवार में सिद्धारमैया ने तंज के कस्ते हुए ट्वीट में लिखा, ‘क्योकि आप विदेश मंत्री हैं, इसी के चलते हमने आपसे मदद के लिए गुहार लगाई, लेकिन यदि आप हमारी मदद नहीं कर सकते हैं तो बस हमें उस इंसान का पता बता दीजिये जो हमारे लोगों को हम तक पहुंचा सकता है। जो हमारे लोगों को उस मुश्किल से निकाल सकता है।