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Politics: पंजाब का सीएम फेस बनने का सिद्धू का सपना चकनाचूर होना तय, कांग्रेस हाईकमान देने जा रहा झटका

राहुल गांधी जब हाल ही में अमृतसर गए थे, तो वहां उन्होंने कहा था कि पार्टी के लोगों और आम जनता से राय लेकर कांग्रेस सीएम फेस का एलान करेगी। वहीं, शायद अब सिद्धू को ये अंदाजा हो गया है कि कांग्रेस उन्हें सीएम फेस नहीं बनाने जा रही है। इसी वजह से उन्होंने ताजा बयान दिया है कि कांग्रेस को सिर्फ कांग्रेस ही हरा सकती है।

नई दिल्ली। पंजाब में कांग्रेस का सीएम फेस पार्टी के भीतर बड़ा मुद्दा बना हुआ है। मौजूदा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी एक तरफ हैं। दूसरी तरफ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू हैं। चन्नी खुद को सीएम फेस के तौर पर इसलिए खुलेआम पेश नहीं कर रहे क्योंकि कांग्रेस हाईकमान ने ही उन्हें इस पद पर बिठाते वक्त जोरशोर से एलान किया था कि पार्टी दलितों की हिमायती है। अब यही फैक्टर सिद्धू की राह में बड़ा रोड़ा बन गया है। सूत्रों के मुताबिक सीएम पद की दावेदारी के लिए सिद्धू की ओर से लगाई जा रही सारी गुणा-गणित फेल हो गई है।

Sidhu

कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस हाईकमान जल्दी ही सीएम के फेस के तौर पर चन्नी को ही दोबारा सामने लाने जा रहा है। इसी रणनीति के तहत ही चन्नी को पार्टी ने दो जगह से मैदान में उतारा है। भदौड़ और चमकौर साहिब से चन्नी चुनावी मैदान में हैं। चन्नी के मुकाबले सिद्धू को किनारे किए जाने की बड़ी वजह पंजाब के दलित वोटर हैं। पंजाब में दलित वोटरों की तादाद करीब 33 फीसदी है। वे दर्जनों जगह निर्णायक वोटर माने जाते हैं। पंजाब विधानसभा की सबसे ज्यादा 68 सीटें मालवा इलाके में हैं। इन सभी सीटों पर दलित वोटरों की खासी संख्या है और कहा जाता है कि जो मालवा जीतता है, वही पंजाब पर राज करता है।

राहुल गांधी जब हाल ही में अमृतसर गए थे, तो वहां उन्होंने कहा था कि पार्टी के लोगों और आम जनता से राय लेकर कांग्रेस सीएम फेस का एलान करेगी। वहीं, शायद अब सिद्धू को ये अंदाजा हो गया है कि कांग्रेस उन्हें सीएम फेस नहीं बनाने जा रही है। इसी वजह से उन्होंने ताजा बयान दिया है कि कांग्रेस को सिर्फ कांग्रेस ही हरा सकती है। सिद्धू पहले भी कई बार संकेतों में खुद को पंजाब का अगला सीएम फेस बताते रहे हैं। साथ ही सीएम चन्नी से भी उनकी पटरी नहीं बैठ रही है। अब अगर हाईकमान चन्नी को सीएम फेस के तौर पर घोषित कर देता है, तो सिद्धू के बागी तेवर और उग्र रूप ले सकते हैं।