अमृतसर। पंजाब में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से जारी जंग में बुधवार को शक्ति प्रदर्शन करने अमृतसर पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू ने कोरोना प्रोटोकॉल को ठेंगा दिखा दिया। अपने साथ 62 विधायकों और समर्थकों को लेकर वह स्वर्ण मंदिर पहुंचे, लेकिन न सिद्धू और न ही उनके साथ गए लोगों में से एक भी मास्क पहने दिखाई दिया।
पंजाब में कोरोना ने पहली और दूसरी लहर में हाहाकार मचा दिया था। इन लहरों को थामने में कैप्टन अमरिंदर की सरकार की हालत खराब हो गई। ऐसे में सिद्धू जैसे नेता कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न करें, तो जरा सोचिए कि आम जनता भला क्यों करेगी। फिर भी सिद्धू को अपना और साथियों का चेहरा चमकाने की इतनी ललक थी कि मास्क तो दूर की बात, सोशल डिस्टेंसिंग तक को स्वर्ण मंदिर में धता बता दिया गया।
Winds of Change – Of the People By the People For the People | Chandigarh to Amritsar | 20 July 2021 pic.twitter.com/CRBQLqMJk2
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 21, 2021
स्वर्ण मंदिर में सिद्धू के साथ उनके समर्थक 62 विधायक और समर्थक भी पहुंचे थे। इन लोगों ने स्वर्ण मंदिर की सीढ़ियों पर खड़े होकर खूब फोटो सेशन कराया। उस दौरान वहां आम श्रद्धालु भी पहुंचे थे। अब देखना ये है कि कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन के मामले में सिद्धू और उनके साथ गए विधायकों-समर्थकों पर पंजाब सरकार कार्रवाई करती है या नहीं।
बहरहाल, पंजाब की सियासत की बात करें, तो आलाकमान की ओर से सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान दिए जाने के बाद कैप्टन अमरिंदर की स्थिति कमजोर होती दिख रही है। 62 विधायकों के साथ अपनी ताकत दिखाकर सिद्धू ने अमरिंदर के सामने लंबी लकीर खींच दी है। कैप्टन की ओर से कल कहा गया था कि जब तक सिद्धू अपने विवादित टिप्पणी वाले ट्वीट के लिए माफी नहीं मांगते, उनसे कैप्टन मुलाकात नहीं करेंगे। अब सिद्धू ने 62 विधायकों के साथ ताकत दिखाकर ये साफ कर दिया है कि वह माफी मांगने वाले नहीं हैं। ऐसे में अब सबकी निगाहें कैप्टन अमरिंदर सिंह पर लगी हैं कि वह अगला कदम क्या उठाते हैं।