कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में एनआईए टीम पर शनिवार को हमला हुआ था। एनआईए की टीम कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर एक धमाके के मामले की जांच के लिए पूर्वी मेदिनीपुर के भूपतिनगर गई थी। यहां भीड़ ने एनआईए टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में एनआईए के एक अफसर चोटिल भी हुए, लेकिन अब पश्चिम बंगाल पुलिस ने एनआईए की टीम और उसके साथ गए सीआरपीएफ जवानों पर ही केस दर्ज कर लिया है।
West Bengal | East Midnapore Police registered an FIR against the NIA team and CRPF officials on the complaint of a woman, who alleged that she and her husband were assaulted by said officers and also alleged that the officers personally outraged her female modesty. Case…
— ANI (@ANI) April 7, 2024
जानकारी के मुताबिक एक महिला ने पूर्वी मेदिनीपुर की पुलिस से शिकायत की है कि उसे और पति को एनआईए की टीम ने पीटा और उसके सम्मान को भी ठेस पहुंचाई। इस पर भूपतिनगर थाने में एनआईए की टीम और सीआरपीएफ जवानों पर केस दर्ज किया गया है। भूपतिनगर से एनआईए ने एक आरोपी को पकड़ा था, जब उस पर हमला किया गया। इस मामले में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भूपतिनगर के लोगों का ही एक तरह से पक्ष लिया था। उन्होंने ये सवाल उठाया था कि एनआईए की टीम रात में मौके पर क्यों गई थी। ममता बनर्जी ने ये भी कहा था कि एनआईए की टीम ने स्थानीय पुलिस को भी छापे की जानकारी नहीं दी थी।
पूर्वी मेदिनीपुर में एनआईए टीम पर हमले के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में सियासत गरम है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी से जुड़े गुंडों ने एनआईए पर हमला किया। वहीं, कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी एनआईए टीम पर हमले को लेकर ममता सरकार को घेरा था। बता दें कि पश्चिम बंगाल के बशीरहाट जिले के संदेशखाली में जनवरी में ईडी की टीम पर भी सैकड़ों लोगों ने हमला किया था। उस हमले में ईडी के कई अफसर गंभीर रूप से घायल हुए थे। उस हमले के सिलसिले में टीएमसी के पूर्व नेता शाहजहां शेख को गिरफ्तार किया गया है।