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MP में कांग्रेस सरकार का तख्तापलट करके BJP में शामिल होने वाले सिंधिया को मोदी सरकार ने दिया बड़ा तोहफ़ा

Modi Cabinet Expansion: इस शपथ समारोह में एक ऐसा नाम भी शामिल रहा जो कभी कांग्रेस के खेमें में हुआ करता था। लेकिन अपनी उपक्षे के चलते वो चेहरा कांग्रेस को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा बना।

नई दिल्ली। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्रिमंडल विस्तार में कई नए चेहरों को केंद्रीय मंत्री बनाया गया है। बता दें कि बुधवार की शाम राष्ट्रपति भवन में केंद्रीय मंत्री पद के लिए शपथ समारोह का कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नारायण तातू राणे, सर्बानंद सोनोवाल को केंद्रीय मंत्री पद की शपथ दिलाई। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान जी.किशन रेड्डी, अनुराग सिंह ठाकुर, पंकज चौधरी, हरदीप सिंह पुरी, मनसुख मंडाविया, भूपेंद्र यादव, पुरुषोत्तम रुपाला, अश्विनी वैष्णव, पशुपति कुमार पारस, किरण रिजिजू, राज कुमार सिंह को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई। इस शपथ समारोह में एक ऐसा नाम भी शामिल रहा जो कभी कांग्रेस के खेमे में हुआ करता था। लेकिन अपनी उपेक्षा के चलते वो चेहरा कांग्रेस को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा बना। बता दें कि हम बात कर रहे हैं लोकसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की। जहां सिंधिया मध्य प्रदेश में कांग्रेस की राजनीति को चमकाने में लगे वहीं परिस्थितियां कुछ ऐसी बदलीं कि वो अब मोदी सरकार में मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं।

Narayan Rane Sarbanand Minakshi lekhi scindia

सिंधिया के शपथ लेने से साफ है कि मोदी सरकार में ये चेहरा कांग्रेस को कभी अच्छा नहीं लगेगा। इसकी भी वजह है। क्योंकि भाजपा में आने से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा की कार्रवाई में राहुल के साथ अक्सर दिखाई देते थे। एक तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया राहुल गांधी के खास और सिपहसलार माने जाते थे। मीडिया के सामने बात रखने के दौरान भी सिंधिया राहुल गांधी के साथ खड़े नजर आते थे।

jyotiraditya scindia and rahul gandhi

फिलहाल अब बदलते राजनीतिक परिवेश में सिंधिया ने पिछले साल 11 मार्च को कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा में आने का फैसला किया और इस फैसले का एक असर ये भी हुआ कि, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर गई और भाजपा ने दोबारा शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार बना ली। माना जा रहा है कि अब इसी का इनाम सिंधिंया को मोदी सरकार उन्हें अपनी कैबिनेट में शामिल कर दे रही है। बता दें सूत्रों से जानकारी मिली है कि सिंधिया को शिक्षा मंत्रालय दिया जा सकता है। जोकि पहले रमेश पोखरियाल निशंक के पास था। फिलहाल अब पोखरियाल ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है।