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Parliamentary Panel: संसद में कांग्रेस और टीएमसी को जोर का झटका, इन अहम पदों से हुई छुट्टी

संसदीय समितियों की अध्यक्षता के मामले में कांग्रेस और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस TMC को जोर का झटका लगा है। गृह और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्रालयों की संसदीय समिति के अध्यक्ष पद कांग्रेस ने गंवा दिए हैं। तीसरी सबसे बड़ी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के पास किसी समिति की अध्यक्षता अब नहीं रह गई है।

नई दिल्ली। संसदीय समितियों की अध्यक्षता के मामले में कांग्रेस और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस TMC को जोर का झटका लगा है। गृह और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्रालयों की संसदीय समिति के अध्यक्ष पद कांग्रेस ने गंवा दिए हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश को विज्ञान और प्रोद्योगिकी, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन पर संसदीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। तीसरी सबसे बड़ी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को भई किसी संसदीय समिति की अध्यक्षता नहीं मिली है। इससे पहले टीएमसी के पास खाद्य और उपभोक्ता समितियों की अध्यक्षता थी। अब बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के पास गृह, रक्षा, विदेश, वित्त, स्वास्थ्य और आईटी जैसे अहम मंत्रालयों से जुड़ी संसदीय समितियों की अध्यक्षता है।

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यूपी के पूर्व डीजीपी और बीजेपी के राज्यसभा सांसद बृजलाल को गृह मामलों की संसदीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी इस पद पर थे। बीजेपी के लोकसभा सांसद राधामोहन सिंह को रेलवे की संसदीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। खाद्य मंत्रालय की संसदीय समिति की अध्यक्षता बीजेपी की लॉकेट चटर्जी के पास गई है। वहीं, स्वास्थ्य संबंधी समिति की अध्यक्षता बीजेपी के ही विवेक ठाकुर को मिली है। वहीं, शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के सांसद ने कांग्रेस के शशि थरूर की जगह अब सूचना प्रोद्योगिकी यानी आईटी मंत्रालय की संसदीय समिति की अध्यक्षता संभाली है।

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सपा के राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से जुड़ी संसदीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। डीएमके को उद्योग मामलों की संसदीय समिति की अध्यक्षता मिली है। ये पद पहले के. चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति TRS के पास थी। इस तरह देखा जाए, तो बीजेपी के खिलाफ सबसे ज्यादा मुखर रहने वाली पार्टियों को संसद में भी जोर का झटका लगा है। इस मुद्दे पर भी अब सियासत के गरमाने के आसार हैं।