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ईडी ने स्टर्लिग बायोटेक मामले में अहमद पटेल से पूछताछ की

ईडी के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया, “एजेंसी ने पटेल को मामले के संबंध में पूछताछ के लिए समन किया लेकिन वह कोरोनोवायरस (कोविड -19) महामारी के प्रकोप का हवाला देते हुए इसके समक्ष पेश नहीं हुए। इसलिए हमारी टीम उनका बयान दर्ज करने उनके आवास पर पहुंच गई।”

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम शनिवार को उनके आवास पर गुजरात स्थित स्टर्लिग बायोटेक द्वारा कथित रूप से कई करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी मामले में उनका बयान दर्ज करने पहुंची। ईडी अधिकारियों के अनुसार, वरिष्ठ वित्तीय जांच एजेंसी के अधिकारियों की एक टीम, धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत बयान दर्ज करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में पटेल के आवास पर पहुंची।

Ahmed Patel

ईडी के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया, “एजेंसी ने पटेल को मामले के संबंध में पूछताछ के लिए समन किया लेकिन वह कोरोनोवायरस (कोविड -19) महामारी के प्रकोप का हवाला देते हुए इसके समक्ष पेश नहीं हुए। इसलिए हमारी टीम उनका बयान दर्ज करने उनके आवास पर पहुंच गई।”

पिछले साल ईडी ने पटेल के बेटे फैसल पटेल से वड़ोदरा स्थित फार्मास्युटिकल फर्म के मालिकों और प्रमोटर्स संदेसरा भाइयों (चेतन जयंतीलाल संदेसरा और नितिन जयंतीलाल संदेसरा) के साथ उनके संबंधों के बारे में पूछताछ की थी।

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ईडी ने फैजल को संदेसरा समूह के एक कर्मचारी सुनील यादव के बयान मद्देनजर पूछताछ की, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेता के बेटे अपने दोस्तों को पार्टी करने के लिए एक फार्म हाउस में ले गया था और सभी खर्च चेतन द्वारा वहन किए गए थे। ईडी को संदेह था कि फैसल और उसके बहनोई इरफान सिद्दीकी संदेसरा भाइयों के करीबी हैं।


पिछले साल 30 जुलाई को ईडी ने जांच के सिलसिले में पटेल के दामाद और अधिवक्ता इरफान सिद्दीकी से पूछताछ की थी। ईडी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा 5,700 करोड़ रुपये के कथित बैंक धोखाधड़ी मामले में संदेसरा भाइयों और अन्य के खिलाफ केस फाइल करने के बाद अगस्त 2017 में इनके खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया था।