newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Bihar: लालू के लाल तेजस्वी ने दिखाया राहुल गांधी को ठेंगा, कहा- एक भी सीट कांग्रेस को नहीं दूंगा

Bihar: बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदनमोहन झा उनसे मिलने के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए थे, लेकिन झा से न तो तेजस्वी मिले और न ही आरजेडी के किसी नेता ने उनसे मुलाकात की। विदेश से लौटने के बाद तेजस्वी ने साफ कह दिया कि कांग्रेस के साथ गठबंधन तो केंद्र में है।

नई दिल्ली। बिहार में अब ‘हाथ’ में ‘लालटेन’ लेकर सियासत करने का दौर खत्म होता दिख रहा है। लालटेन चुनाव चिन्ह वाली लालू यादव की पार्टी और हाथ चुनाव चिन्ह वाली कांग्रेस के बीच गठबंधन हुआ था और इसे बिहार के पिछले चुनाव के दौरान महागठबंधन का नाम दिया गया था, लेकिन अब इस महागठबंधन में लालू के लाल तेजस्वी ने फांस लगा दी है। तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस से बिहार में आरजेडी का कोई लेना-देना नहीं है और उनकी पार्टी किसी सूरत में एमएलसी चुनाव के लिए कांग्रेस से गठजोड़ नहीं करेगी। यानी अब लालू और कांग्रेस की राह बिहार में अलग-अलग हो चुकी है।
बता दें कि एमएलसी चुनाव में गठबंधन के लिए कांग्रेस की ओर से आरजेडी के सामने कई सीटों का मसला रखा गया था। इन सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ना चाहती थी।

tejaswi rahul

तेजस्वी विदेश गए हुए थे। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदनमोहन झा उनसे मिलने के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए थे, लेकिन झा से न तो तेजस्वी मिले और न ही आरजेडी के किसी नेता ने उनसे मुलाकात की। विदेश से लौटने के बाद तेजस्वी ने साफ कह दिया कि कांग्रेस के साथ गठबंधन तो केंद्र में है। बिहार विधानसभा की दो सीटों पर पिछले साल हुए उपचुनाव में वो कांग्रेस से गठबंधन करना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने सहयोग नहीं दिया। अब एमएलसी चुनाव के लिए उन्होंने वामदलों के साथ गठबंधन कर लिया है।

TEJASVI YADAV

बता दें कि बिहार में जुलाई 2021 से एमएलसी की 24 सीटें खाली हैं। इनमें स्थानीय निकाय प्राधिकार क्षेत्र से कार्यकाल पूरा करने वाले 19 एमएलसी हैं। वहीं, 3 एमएलसी अब विधानसभा के सदस्य बन चुके हैं। 2 सीटों के एमएलसी का निधन होने से ये खाली हो गई हैं। पिछली बार इन 24 सीटों पर आरजेडी, कांग्रेस और जेडीयू ने मिलकर चुनाव लड़ा था। उस वक्त आरजेडी और जेडीयू ने 10-10 सीटों पर और कांग्रेस ने 4 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।