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Billionaires In India: भारत में बढ़ी अरबपति लोगों की संख्या, जानिए देश में कितने लोग हर साल कमाते हैं 100 करोड़ रुपए से ज्यादा

वित्तीय वर्ष 2014 में जहां 3.36 करोड़ ने इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया था। वहीं, 2022 के वित्तीय वर्ष में इनकी तादाद बढ़कर 6.75 करोड़ हो गई। ये 90 फीसदी का इजाफा है। इनकम टैक्स विभाग ने बताया है कि वित्तीय वर्ष 2023 में 7.41 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया।

नई दिल्ली। देश में अरबपति लोगों की संख्या बढ़ गई है। इनकम टैक्स विभाग में दाखिल रिटर्न के जरिए ये खुलासा हुआ है। इनकम टैक्स विभाग के मुताबिक भारत में अरबपति लोगों यानी 100 करोड़ रुपए या उससे ज्यादा सालाना कमाई वालों की संख्या दोगुनी हो गई है। इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने वालों की संख्या में भी बीते कुछ साल में काफी इजाफा हुआ है। वित्तीय वर्ष 2014 में जहां 3.36 करोड़ ने इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया था। वहीं, 2022 के वित्तीय वर्ष में इनकी तादाद बढ़कर 6.75 करोड़ हो गई। ये 90 फीसदी का इजाफा है। इनकम टैक्स विभाग ने बताया है कि वित्तीय वर्ष 2023 में 7.41 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया। इनमें से 53 लाख लोग नए टैक्सपेयर हैं।

अब बात भारत में अरबपति लोगों की कर लेते हैं। पहले देश में अरबपति लोगों की संख्या काफी कम थी। अब इनकम टैक्स ने डेटा के आधार पर बताया है कि 2021-22 में हर साल 100 करोड़ या उससे ज्यादा कमाने वालों की संख्या 16 हो चुकी है। यानी 2021 के मुकाबले 2022 में अरबपति लोगों की संख्या में 100 फीसदी का इजाफा हुआ है। इनकम टैक्स के आंकड़ों के मुताबिक देश के इन 16 अरबपति लोगों ने कुल 2569 करोड़ रुपए की कमाई दिखाई है। इनकम टैक्स विभाग के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022 में जिन 6.75 करोड़ लोगों ने रिटर्न दाखिल किया, उनकी कलेक्टिव ग्रॉस आय 69.6 लाख करोड़ है। 589 ऐसे इनकम टैक्स देने वाले हैं, जिनकी कुल आय 500 करोड़ से ज्यादा रही। इन 589 लोगों ने इनकम टैक्स को बताया कि उनकी कुल ग्रॉस आय 13 लाख करोड़ रही।

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इनकम टैक्स विभाग और मोदी सरकार के वित्त मंत्रालय ने आयकर के दायरे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाने के लिए व्यवस्था को काफी सरल बनाया है। पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से दिए गए मिनिमम गवर्नमेंट-मैक्सिमम गवर्नेंस के मंत्र को आधार बनाकर अब इनकम टैक्स अदा करने वालों का कामकाज तेजी से होता है। पहले जहां टैक्स देने वालों के रिफंड कई साल बाद मिलते थे, अब उसमें तेजी लाई गई है और ज्यादातर टैक्सपेयर के रिफंड अधिकतम 10 दिन में वापस कर दिए जाते हैं। कालेधन के खिलाफ अभियान और आधार से हर खाते और वित्तीय व्यवस्था को जोड़ने का भी असर इनकम टैक्स दाखिल करने वालों की बढ़ती संख्या का कारण बना है। आने वाले दिनों में इस व्यवस्था में और बदलाव कर इनकम टैक्स विभाग ज्यादा टैक्सपेयर को साथ लाने की कोशिश में भी जुटा है।