लखनऊ। उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को आज पुलिस के साथ मुठभेड़ में झांसी में ढेर कर दिया गया है, जैसे ही अतीक को अपने बेटे के एनकाउंटर की खबर पता चली वो कोर्ट के भीतर फूट फूट कर रोने लगा। वहीं असद के मर्डर पर उमेश पाल के परिवार की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। लेकिन ऐसे में बहुत से लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर कौन था असद अहमद, और कैसे वो आरोपी बना था। इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं असद के बारे में..
दअरसल, 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की गोली मारकर हत्या करने वाले शूटरों के एक गिरोह का कथित रूप से नेतृत्व करने के बाद वह यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी बन गया था। असद पर उसके परिवार के किसी भी अन्य सदस्य की तुलना में सबसे अधिक (2.5 लाख रुपये का) इनाम था। उसके पिता अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, जबकि उनके चाचा अशरफ यूपी की बरेली जेल में कैद हैं। उनकी गैरमौजूदगी में अतीक के दो बड़े बेटे, उमर और अली, पिछले कुछ वर्षों में खूंखार गिरोह चलाते थे, जब असद पढ़ाई करने में जुटा हुआ था।
गौर करने वाली बात ये है कि अतीक अहमद के 4 बेटों में असद छोटा था जबकि सबसे बड़ा बेटा उमर 2018 में तब सुर्खियों में आया जब उसने लखनऊ में एक प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल का अपहरण कर लिया और उसे देवरिया जेल ले गया जहां अतीक अहमद बंद था और रंगदारी न देने पर जायसवाल पर हमला किया गया था। अतीक के नंबर दो बेटे अली पर भी हत्या के प्रयास और रंगदारी के मामले दर्ज हैं। जांच एजेंसियों द्वारा दोनों पर इनाम घोषित किए जाने के बाद, दोनों भाइयों ने पिछले साल जुलाई में जल्दी-जल्दी अदालतों में आत्मसमर्पण कर दिया था, उन्हें डर था कि मुठभेड़ों में उनका सफाया हो सकता है। पुलिस को शक था कि इसके बाद असद ने गिरोह की बागडोर संभाली। इसके साथ ही गौर करने वाली बात ये भी है कि अतीक के दो और बेटे आजम और अबान हैं, जो नाबालिग हैं और क्रमश: 10वीं और 8वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं।