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Jitan Ram Manjhi: ‘कोई है जो नीतीश कुमार को विषैला पदार्थ दे रहा है,’… जीतनराम मांझी का बड़ा दावा

Jitan Ram Manjhi: इसके अलावा जीतनराम मांझी ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका तटस्थ होनी चाहिए। ना ही वो किसी के पक्ष में होना चाहिए और ना ही विपक्ष में, लेकिन मुझे आज यह कहते हुए बहुत पीड़ा होती है कि आज की तारीख हमारे अध्यक्ष जी की भूमिका पर सवाल खड़े होते हैं।

नई दिल्ली। इन दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने अजीबोगरीब बयानों को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। मंगलवार को जहां उन्होंने भरी विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए पूरी यौन क्रिया समझा दी, जिसके बाद उन्हें लोगों के आक्रोश और आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा। राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी उनके बयान का संज्ञान लेकर उनसे माफी की मांग की, जिसके बाद उन्होंने विधानसभा में अपने बयान को लेकर माफी मांगी, लेकिन बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

उधर, बीते गुरुवार को नीतीश कुमार ने तो हद ही कर दी। उन्होंने अपने से सीनियर नेता जीतनराम मांझी के साथ भरी विधानसभा में बदतमीजी की। नीतीश ने उनके साथ तू-तड़ाक वाली भाषा का इस्तेमाल किया और कहा कि यह (जीतनराम मांझी) मेरी अनुकंपा की वजह से ही सीएम बना था, जो कि मेरी गलती थी। वो तो शुक्र है कि मेरे लोगों ने मुझे इस बात का एहसास दिलाया कि ये मेरे साथ खेला करने जा रहा है, तो मैंने सतर्क होते हुए फिर खुद सीएम की कुर्सी पर बैठा। उधर, सीएम नीतीश द्वारा विधानसभा में की गई इस बदतमीजी को लेकर बिहार की राजनीति में बवाल मचा हुआ है। हर कोई सीएम नीतीश से माफी की मांग कर रहा है। इस बीच उनके मानसिक संतुलन पर भी सवाल उठ रहे हैं। कई लोगों ने तो यहां तक दावा करना शुरू कर दिया है कि सीएम नीतीश दिमागी रूप से दिवालिया हो चुके हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए वो इस तरह के बयान दे रहे हैं और ना ही अपनी गलती स्वीकार कर रहे हैं। अब इस इस पूरे मुद्दे पर जीतनराम मांझी का बयान सामने आया है। बता दें कि उनके इस बयान के बाद तेजस्वी यादव भी सवालों के कठघरे में खड़े नजर आ रहे हैं। आइए, आगे जानते हैं कि आखिर उन्होंने ऐसा क्या कहा है?

क्या बोले जीतनराम मांझी ?

दरअसल, आज जीतनराम मांझी ने मीडिया के सामने इन सभी विषयों पर खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने अपने बयान में दावा किया कि कोई है, जो कि नीतीश कुमार को विषैला पदार्थ खिला रहा है, जिससे वो अपना दिमागी संतुलन खो बैठे हैं और जो मन में आ रहा है, वो बके जा रहे हैं। उन्हें खुद को भी एहसास नहीं है कि आखिर वो क्या-क्या बोले जा रहे हैं। हालांकि, जीतनराम मांझी ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इतना जरूर कहा है कि कोई है, जिसे सीएम बनने की बड़ी बेकरारी है और इस बेकरारी में आकर वो नीतीश कुमार को इस तरह का विषैला पदार्था खिला रहा है, जिससे कि उनका दिमागी संतुलन बिगड़े। वहीं, अब सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो चुकी है कि जीतनराम मांझी ने यह बयान देकर कहीं ना कहीं तेजस्वी यादव की ओर से इशारा किया है।

विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका पर भी उठाए सवाल

इसके अलावा जीतनराम मांझी ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका तटस्थ होनी चाहिए। ना ही वो किसी के पक्ष में होना चाहिए और ना ही विपक्ष में, लेकिन मुझे आज यह कहते हुए बहुत पीड़ा होती है कि आज की तारीख हमारे अध्यक्ष जी की भूमिका पर सवाल खड़े होते हैं। वो अपने संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, जिसे लेकर उन पर सवाल उठने चाहिए।