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Delhi: केंद्र में कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था करोड़ों का ये घोटाला, PM मोदी ने खुद खोली पोल

मोदी ने कहा कि जब उनकी सरकार बनी और देशभर में ऑडिट कराया गया, तो इन फर्जी राशन कार्ड धारकों का खुलासा हुआ। जिसके बाद उन्होंने राशन वितरण में फिंगर प्रिंट को जरूरी बनाया। पीएम ने कहा कि अब राशन की चोरी भी नहीं हो पा रही है।

नई दिल्ली। साल 2004 से अप्रैल 2014 तक केंद्र में रही यूपीए सरकार के दौरान गरीबों को राशन के नाम पर जमकर धांधली हुई। फर्जी नाम से राशन कार्ड बने। हर साल इन फर्जी नामों को राशन बांटने के नाम पर सरकारी धनराशि की लूट की गई। ये खुलासा खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने किया है। मोदी ने बीते कल यानी मंगलवार को मध्यप्रदेश में सवा 5 लाख परिवारों को पीएम आवास योजना के तहत घर देने के कार्यक्रम में ये खुलासा किया। उन्होंने वर्चुअल तरीके से कार्यक्रम में शिरकत की थी। मोदी ने लोगों को बताया कि केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने से पहले 4 करोड़ फर्जी राशन कार्ड थे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का अस्तित्व ही नहीं था, उनके नाम से राशन बांटने का खेल धड़ल्ले से चला।

मोदी ने कहा कि जब उनकी सरकार बनी और देशभर में ऑडिट कराया गया, तो इन फर्जी राशन कार्ड धारकों का खुलासा हुआ। जिसके बाद उन्होंने राशन वितरण में फिंगर प्रिंट को जरूरी बनाया। पीएम ने कहा कि अब राशन की चोरी भी नहीं हो पा रही है। केंद्र ने जो कदम उठाया, उससे सभी पात्र लोगों को हर महीने राशन मिल रहा है। मोदी ने कहा कि राशन की चोरी बंद होने की वजह से कुछ लोग परेशान हैं और इसी वजह से वे मुफ्त राशन योजना की आए दिन आलोचना करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इन आलोचना के बाद भी सरकार अपना काम करती रहेगी।

पीएम ने ये भी बताया कि कोरोना काल में देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने में सरकार ने 2.60 लाख करोड़ का खर्च किया। पहले ये योजना इस साल मार्च तक थी। इसे छह महीने के लिए बढ़ाया गया है। इस पर अब 80000 करोड़ रुपए और खर्च किए जाएंगे। उन्होंने लोगों को पीएम आवास मिलने पर बधाई भी दी।

PM Modi , Rahul and Sonia Gandhi