नई दिल्ली। चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव दोषी करार दिए गए हैं। सीबीआई की विशेष अदालत 21 फरवरी को सजा का एलान करेगी। मामले में 15 फरवरी को सुनवाई करते हुए अदालत ने लालू यादव को दोषी ठहराया था। फिलहाल, खराब स्वास्थ्य को देखते हुए लालू यादव को रांची के रिम्स अस्पताल में रखा गया है। बीते दिन गुरुवार को सोशल मीडिया पर लालू यादव की एक तस्वीर काफी वायरल हो रही थी, जिससे उनकी मुशीबतें और भी बढ़ सकती हैं। फोटो के वायरल होते ही लालू यादव पर जेल मैनुअल तोड़ने के आरोप लग रहे हैं।
दरअसल, वायरल तस्वीर लालू यादव के दोषी ठहराए जाने से पहले जेल की बताई जा रही है। फोटो में लालू यादव के साथ झारखंड राजद के पूर्व अध्यक्ष अभय सिंह और इरफान नजर आ रहे हैं। फोटो में लालू एक कोने में खड़े दिखाई दे रहे हैं, वहीं अभय फोन पर बात कर रहे हैं। बता दें कि, तस्वीर में नजर आ रहे इरफान पर नीतिश सरकार के विधायकों को तोड़ने का आरोप लग चुका है। उनका एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। लालू यादव का राजद के नेताओं के साथ नजर आने जेल मैनुअल का उल्लघंन बताया जा रहा है।
CBI की विशेष अदालत ने ठहराया दोषी
सीबीआई की विशेष अदालत ने चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार मामले में लालू यादव को दोषी ठहराया था। मामला डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की निकासी का है। लालू यादव के मुख्यमंत्री रहते हुए 1990 से 1995 के बीच डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की निकासी की गई थी। पूरे मामले में लालू प्रसाद, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा और डॉ आरके राणा के अलावा 99 आरोपी दोषी करार दिए गए हैं। चारा घोटाले से जुड़े 5 में से 4 मामलों में लालू यादव सजा काट चुके हैं।