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New liquor Policy: ‘भ्रष्टाचार छुपाने के लिए…’, सिसोदिया की पेशी से पहले BJP ने लगाई AAP की जमकर क्लास

New liquor Policy: बहरहाल, सिसोदिया प्रकरण को लेकर आप और बीजेपी के बीच घमासान छिड़ा हुआ है।  जहां आप का कहना है कि बीजेपी विपक्षी दलो की आवाज दबाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, तो वहीं बीजेपी का कहना है कि जांच एजेंसियां अपना काम करने के लिए पूरी  तरह से स्वतंत्र है।

नई दिल्ली।  कथित शराब घोटाले में जेल की हवा खा रहे दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की शुक्रवार को ईडी हिरासत पूरी हो चुकी है। जिसके बाद आज उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। अब अदालत आगे क्या फैसला सुनाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर सिसोदिया प्रकरण को लेकर हमला बोलने के लिए मोर्चा संभाल लिया। बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सीएम केजरीवाल, सिसोदिया, सहित आप के अन्य नेताओं पर जमकर हमला बोला । आइए, आपको बताते हैं कि सुधांशु त्रिवेदी ने क्या कुछ कहा।

सुधांशु त्रिवेदी ने आप को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नई-नवेली पार्टी से लेकर पुरानी पार्टी तक… ये सारे मौसेरे भाई आपस में मिलकर अपने-अपने ​परिवार को बचाने और भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए जनता के ​बीच में भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि विगत कई महीनों से कभी इस मुद्दे का सहारा लेकर तो कभी उस मुद्दे का सहारा लेकर वह ऐसा शोर-शराबा बनाना चाहते हैं जिसमें सच को या तो दबाया जा सके या तो झुठलाया जा सके। इसी शोर-शराबे में दिल्ली को शराब में डुबो देने वाले लोग बचकर निकलने का प्रयास कर रहे हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि जो (आप) अपने को ‘कटार और ईमानदार’ कहते थे, वे ‘झूठों के सरदार’ लगने लगे हैं। इस पार्टी की तेजी से उभरती हकीकत इसके नेताओं के असली चेहरों को बेनकाब कर रही है। बीजेपी नेता ने आगे कहा कि 10 वर्ष के इतने कम अंतराल में पूरे भारत की राजनीति में किसी भी राजनीतिक दल के चाल, चरित्र, चिंतन और चेहरे में इतना बड़ा बदलाव नहीं आया होगा, जितना नई राजनीति के स्वयंभू उद्घोषक बनकर आई पार्टी ने अपने मूल्यों में परिवर्तन दिखाया है।


बहरहाल, सिसोदिया प्रकरण को लेकर आप और बीजेपी के बीच घमासान छिड़ा हुआ है।  जहां आप का कहना है कि बीजेपी विपक्षी दलो की आवाज दबाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, तो वहीं बीजेपी का कहना है कि जांच एजेंसियां अपना काम करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है। उन पर केंद्र की ओर से कोई दबाव नहीं है। बता दें कि सिसोदिया को विगत 26 फरवरी को कथित शराब घोटाला मामले में 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था। सिसोदिया अभी  तिहाड़ के सलाखों में बंद हैं। इस बीच ईडी ने उनके खिलाफ धन शोधन मामले के तहत केस दर्ज कर लिया है।  उधर, गुरुवार को सीबीआई ने जासूसी मामले में भी सिसोदिया के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। ऐसे में चौतरफा सिसोदिया मुश्किलों में घिर चुके हैं। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।