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Uttar Pradesh: सही नीति और साफ नीयत से 4 वर्ष में बदल गया यूपी : योगी आदित्यनाथ

Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते चार साल में राष्ट्रीय पटल पर एक नया यूपी उभर कर आया है। सरकार ने साफ नीयत के साथ सही नीतियों का क्रियान्वयन किया, जिसका नतीजा है कि आज यूपी निवेशकों की पहली पसंद बन कर उभरा है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते चार साल में राष्ट्रीय पटल पर एक नया यूपी उभर कर आया है। सरकार ने साफ नीयत के साथ सही नीतियों का क्रियान्वयन किया, जिसका नतीजा है कि आज यूपी निवेशकों की पहली पसंद बन कर उभरा है। शुक्रवार को आयोजित एक निजी मीडिया संस्थान के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च 2017 में सत्ता में आने के बाद से नियोजन के साथ काम किया। उन क्षेत्रों को चिन्हित किया गया जिससे प्रदेश की आय में वृद्धि हो और प्रदेश की अर्थव्यवस्था नया आयाम स्थापित करें।

Yogi Adityanath ODOP Meeting

“यूपी के बारे में जो धारणा थी, कि यहां नौकरशाही काम नहीं करना चाहते, यहां कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है, आये दिन यहां दंगे होते हैं, इस धारणा को हमने बदलने की ठानी और उस दिशा में कार्य किया है। आज उसका परिणाम है कि विगत 4 वर्षों में प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ। प्रदेश की कानून व्यवस्था बेहतर हुई है।”

“इसके लिए कुछ सेक्टर चिन्हित किये गए। औद्योगिक विस्तार के उद्देश्य से हमने व्यवसाय की सुगमता के लिए भी एक वातावरण प्रदेश में दिया, जो रिफॉर्म होने थे उन्हें समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाया। आज उसका परिणाम है कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश की रैंकिंग 2015-16 में जो 14वें स्थान पर थी, आज वह दूसरे स्थान पर है।”

Yogi Adityanath Assam

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अंदर, उत्तर प्रदेश अपनी समृद्ध और उर्वरा भूमि के लिए जाना जाता है, हमारे यहां जल संसाधन की अच्छी व्यवस्था है, हम लोगों ने किसानों को ध्यान में रखकर उस सेक्टर को टारगेट किया। इसके साथ ही एमएसएमई सेक्टर को हमने टच किया। एमएसएमई सेक्टर कम पूंजी में ज्यादा रोजगार देने वाला है, हमने एक जिला एक उत्पाद जैसी अभिनव योजना शुरू की। इन दो सेक्टर्स में काम करने के बाद प्रदेश ने एमएसएमई सेक्टर को नई ऊंचाइयां मिलीं। जिससे व्यापक पैमाने में रोजगार सृजन भी हुआ है।

यूपी की विकास यात्रा का सिलसिलेवार व्योरा रखते हुए सीएम योगी ने कहा कि जब हर नागरिक को काम मिलेगा, रोजगार होगा, तो उसकी आय में वृद्धि होगी। 1947 से लेकर 2017 तक आजादी के 70 वर्षों में उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय कुल 47 हजार रुपये तक पहुंच पाई थी, लेकिन 2017 से लेकर 2020-21 में यह आय 95 हजार रुपए तक पहुंचाने में सफलता पाई है। यह ग्रोथ उत्तर प्रदेश की वर्तमान स्पीड को बताती है।

Yogi adityanath

योगी ने कहा कि, “सरकार के चार वर्ष में एक वर्ष का तो पूरा समय कोरोनाकाल में ही बीत गया, लेकिन इन 4 वर्षों में सबने देखा होगा कि 03 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निजी निवेश प्रदेश के अंदर हुआ। यहां तक कि कोविड के दौर में भी प्रदेश के अंदर 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ। आज देश की पहली मोबाइल डिस्प्ले यूनिट उत्तर प्रदेश के अंदर लग रही है और यह निवेश हम चीन से लेकर आये हैं। यही नहीं, उत्तर भारत के पहले डाटा सेंटर पार्क की स्थापना भी उत्तर प्रदेश में हो रही है।”

योगी ने ईज ऑफ डूइंग लिस्ट में यूपी के नंबर दो पर पहुंचने से लेकर राम को रोजी-रोटी बनाने तक, राहुल गांधी से लेकर बंगाल चुनाव तक हर मुद्दे पर अपनी राय रखी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राम सिर्फ आराध्य नहीं बल्कि आजीविका के भी आधार हैं। राम को हम लोगों ने सिर्फ आस्था के साथ ही नहीं जोड़ा है। भारत के प्रत्येक आदमी ने राम को अपनी रोटी से जोड़ा है। राम हमारे आराध्य भी हैं और हमारी आजीविका का आधार भी हैं। कैसे कह सकते हैं कि हम अर्थव्यवस्था के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं।

Yogi adityanath

कार्यक्रम में योगी ने राहुल गांधी के यूपी के बदतर प्रदेश वाले बयान पर बोला, ” ‘वह मेन विदआउट ब्रेन’ हैं। उन्हें नहीं पता कहां क्या बोलना है। उन्होंने यूपी से रिश्ता ही खत्म कर दिया है इसलिए यूपी के बारे में काफी कुछ बोल रहे हैं। जब देश में कोई विपदा आती है तो उन्हें इटली में अपनी नानी याद आ जाती हैं। वह भारत के बाहर जाएंगे तो भारत की निंदा करेंगे। यूपी में रहेंगे तो दक्षिण की निंदा करेंगे, दक्षिण में रहते हैं तो यूपी को भरा-बुला कहते हैं, ऐसे व्यक्ति की विश्वसनीयता पर कुछ नहीं कहा जा सकता।”

बंगाल चुनाव पर योगी ने कहा, “पहले लोग मंदिर जाने पूजा करने को सांप्रदायिक मानते थे लेकिन आज उन लोगों ने चुनाव के बहाने ही मंदिर जाना शुरू कर दिया है। यह हमारी वैचारिक विजय है। वैचारिक विजय से ही वास्तविक विजय की शुरूआत होती है। मैं बंगाल के अंदर कई क्षेत्रों में गया वहां महिला, किसान, नौजवान, गरीब हर तबका बदलाव चाहता है।”