नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 75 सीटों में से 67 पर जीत दर्ज की है। हालांकि जब पंचायत सदस्य चुनाव हुए थे तो भाजपा का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था। बावजूद इसके भाजपा ने पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बाजी मार ली है। वहीं जहां भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव से पहले अच्छी खबर मिली है तो वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के साथ गजब का ही खेल हो गया। बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के तीन पंचायत सदस्यों ने पार्टी की गाइडलाइन के खिलाफ जाकर भाजपा के उम्मीदवार को वोट कर दिया। दरअसल मामला यूपी के जिला सुल्तानपुर का है। जहां से मेनका गांधी सांसद हैं। इस जिले में कुल 45 जिला पंचायत सदस्य चुने गए हैं। ऐसे में पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपी की तरफ से उम्मीदवार ऊषा सिंह को जीत हासिल हुई है। यह तब हुआ जब भाजपा के तीन ही जिला पंचायत सदस्य जीत दर्ज कर सके थे।
बता दें कि AIMIM की तरफ से निर्देश दिया गया था कि, पार्टी के पंचायत सदस्यों को गैर-भाजपा उम्मीदवारों को वोट करना है। इसके बाद भी सुल्तानपुर जिले में वॉर्ड नंबर 30 अलीगंज से जीते जिला पंचायत सदस्य निसार अहमद, वॉर्ड 32 इस्लामगंज से जीती रफत जहां और वार्ड 34 बनकेपुर से जीती शहनाज बानो ने बीजेपी उम्मीदवार ऊषा सिंह को वोट किया। जोकि पार्टी के साथ साजिश है। नतीजा ये रहा कि ऊषा सिंह को लगातार दोबारा विजय मिली है।
वहीं पार्टी के निर्देशों के खिलाफ जाने पर तीनों पंचायत सदस्यों को पार्टी से निकाल दिया गया है। इसकी जानकारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने बाकयदा पत्र जारी करके दी। इसके अलावा सुल्तानपुर में जीते कुल 45 डीडीसी में से AIMIM के अलावा आम आदमी पार्टी(AAP) से आसिफ खान को भी जीत मिली, उन्होंने भी बीजेपी को वोट किया है। वहीं एक निर्दलीय मुस्लिम डीडीसी ने भी बीजेपी के पक्ष में वोट किया।