newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Karnataka: कर्नाटक विधानसभा में मंत्रिमंडल के विस्तार पर हंगामा..विभागों के बंटवारे को लेकर नाराज दिखे कांग्रेस नेता

Karnataka: कांग्रेस के कार्यालय दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार रात राज्यपाल के कार्यालय में नए मंत्रियों की लिस्ट भेजी। इसके बाद सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस ने मंत्रियों को चुनते समय सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए सभी जातियों और क्षेत्रों को समान प्रतिनिधित्व देने के मानदंडों का पालन किया है।

नई दिल्ली। कर्नाटक चुनाव में बड़ी जीत के बाद कांग्रेस अब कैबिनेट का विस्तार कर रही है। लेकिन एक तरफ शांतिपूर्वक तरीके से विभागों का बंटवारा करने में कांग्रेस जुटी है, तो वहीं दूसरी तरफ इसको लेकर पार्टी के ही विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया है। कर्नाटक कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। आज सुबह करीब 11:45 बजे कर्नाटक के राजभवन में पूर्ण मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण होना था। इससे पहले ही कर्नाटक कांग्रेस नेता रुद्रप्पा लमानी के समर्थकों ने नेता के लिए मंत्री पद की डिमांड करते हुए कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) कार्यालय के बाहर खूब हंगामा काटा।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार रुद्रप्पा लमानी के समर्थकों में से एक ने कहा, “हमारे बंजारा समुदाय के नेता रुद्रप्पा लमानी का नाम कल रात तक सूची में था लेकिन आज हमने देखा कि उनका नाम सूची में नहीं था। अगर हमारे नेता को मंत्री पद नहीं मिलेगा तो हम इसका विरोध करेंगे क्योंकि हमने चुनाव में कांग्रेस को अपना 75% वोट दिया था इसलिए हमारे समुदाय से कम से कम एक नेता का होना भी जरूरी था। लेकिन पार्टी ने ऐसा नहीं किया है। ये दुर्भाग्यपूर्ण बात है।

गौर करने वाली बात ये है कि कांग्रेस के कार्यालय दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार रात राज्यपाल के कार्यालय में नए मंत्रियों की लिस्ट भेजी। इसके बाद सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस ने मंत्रियों को चुनते समय सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए सभी जातियों और क्षेत्रों को समान प्रतिनिधित्व देने के मानदंडों का पालन किया है।

शनिवार को 24 नए मंत्रियों को शामिल करने से कर्नाटक में कांग्रेस मंत्रिमंडल की ताकत 34 मंत्रियों की पूरी क्षमता तक पहुंच जाएगी। लेकिन इसके बाद भी सिद्धारमैया विरोध को रोक नहीं पाए और गले ही दिन सुबह मंत्रिमंडल के विस्तार के समय पार्टी के ही विधायकों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया।