newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Uttar Pradesh:  उत्तर प्रदेश सरकार  कोरोना काल में भी युवाओं को मुहैया करा रही है रोजगार

Uttar Pradesh:  वैश्विक महामारी कोरोना के बीच उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराने में जुटी है। उनके रोजी-रोजगार को ध्यान रखते हुए परिवहन विभाग ने नई योजना तैयार की है जिससे प्रदेश में गाड़ियों से फैलने वाले विषैले धुएं (प्रदूषण) से मुक्ति मिलेगी।

लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना के बीच उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराने में जुटी है। उनके रोजी-रोजगार को ध्यान रखते हुए परिवहन विभाग ने नई योजना तैयार की है जिससे प्रदेश में गाड़ियों से फैलने वाले विषैले धुएं (प्रदूषण) से मुक्ति मिलेगी। साथ में 10वीं पास युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

Brijesh pathak and CM Yogi

योजना के अनुसार लखनऊ समेत प्रदेश के समस्त जिलों में तहसील स्तर पर प्रदूषण जांच केन्द्र खेाले जाएंगे। इनकी संख्या 600 से अधिक होगी। लगभग 1000 से अधिक 10वीं पास युवा इस परियोजना से सीधे जुड़ेंगे वहीं प्रदूषण जांच की मशीनों का उत्पादन बढ़ने के साथ ही इसकी मेंटनेंस करने वाले 10 हजार से अधिक लोगों की आय में भी वृद्धि हो जाएगी। प्रदूषण जांच केंद्र की स्थापना और इसे व्यवसायोन्मुखी बनाने के लिए विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। अधिक से अधिक बेरोजगारों को इससे जोड़ा जा सकेगा और हर क्षेत्र में प्रदूषण जांच केंद्र खुलवाकर प्रमाणपत्र जारी करने की व्यवस्था की जाएगी।

गाड़ियों से निकलने वाले प्रदूषण को कम करने में मिलेगी सफलता

yogi adityanath

राजधानी में अभी तक 75 प्रदूषण नियंत्रण केंद्र हैं। जबकि वाहनों की संख्या 20 लाख से ज्यादा हो चुकी है। यही वजह है कि गाड़ियों से निकलने वाले धुएं पर रोक लगाना सरकार के लिये बड़ी चुनौती बना हुआ है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (National Green Tribunal-NGT)  भी प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जता चुका है जिसके बाद सरकार के निर्देश पर परिवहन विभाग ने अधिक से अधिक प्रदूषण जांच केन्द्रों को पूरे प्रदेश में खोलने की नई योजना तैयार की और उसको जल्द शुरू किये जाने की तैयारी में जुट गया है।

निजी क्षेत्रों में लोग खोल सकेंगे प्रदूषण जांच केन्द्र  

Yogi Adityanath

अभी तक पेट्रोल टंकी या फिर मान्यता प्राप्त गैराजों समेत कुछ गिनी-चुनी संस्थाओं को ही प्रदूषण जांच केंद्रों को खोलने की अनुमति थी लेकिन अब निजी क्षेत्रों में भी इसे खोले जाने की अनुमति दे दी गई है। तय नियमों और शर्तों का पालन करने वाला कोई भी व्यक्ति प्रदूषण जांच केंद्र खोल प्रमाणपत्र जारी कर सकेगा। उत्तर प्रदेश ऑनलाइन मोटरयान प्रदूषण योजना जांच केंद्र-2020 में नए प्रावधान किए गए हैं। इसका लाभ सीधे यूपी के बेरोजगारों को मिलेगा। अब उन्हें ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

10वीं पास युवाओं को योजना से जोड़ने सरकार की प्राथमिकता

योजना के तहत प्रदेश के हर थाने के अंतर्गत एक प्रदूषण जांच केंद्र खुलेगा। जहां हाईस्कूल पास कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है। प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए परिवहन विभाग ने पोर्टल तैयार किया है। जहां कोई भी व्यक्ति, एनजीओ, ट्रस्ट, फर्म, कंपनी, पब्लिक कंपनी, पार्टनशिप से जुड़े लोग ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।

मोबाइल वैन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने का भी होगा मौका

CM Yogi Adityanath

अगर कोई व्यक्ति सचल प्रदूषण जांच केंद्र खोलना चाहता है तो उसके पास अपना वाहन होना चाहिए। इसमें प्रदूषण जांच उपकरण फिट होना चाहिए। इसे लेकर वह संभाग के अंर्तगत ग्रामीण बाजारों, तहसीलों, ब्लॉक और थाना क्षेत्रों समेत कई स्थानों पर वाहनों की जांच कर प्रमाणपत्र जारी कर सकेंगे।