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Uttarakhand: केदारनाथ यात्रा मार्ग पर व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने के जिलाधिकारी ने दिए निर्देश

Uttarakhand: उन्होंने अवगत कराया है कि जिलाधिकारी के निर्देशन में त्वरित कार्यवाही करते हुए बीमार/घायल हुए 11 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर उनकी जान बचाई गई। इनमें चोट लगने के 05 मामले शामिल हैं। श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 16 चिकित्सा इकाईयों में अब तक 9356 की ओपीडी की गई, जिसमें से 6683 पुरूषों व 2673 महिलाओं की जांच कर दवा वितरित की गई। इसके अलावा पैदल मार्ग पर 13 चिकित्सा इकाईयों में स्वास्थ्य सेवा हेतु समुचित व्यवस्था की गई है।

रुद्रप्रयाग। श्री केदारनाथ धाम यात्रा में श्रद्धालुओं को हर संभव स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं तत्परता के साथ उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया है। ताकि किसी भी तीर्थ यात्री का स्वास्थ्य खराब होने के साथ ही उनके साथ किसी तरह की दुर्घटना होने पर उन्हें तत्काल स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराया जा सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. बी.के. शुक्ला ने अवगत कराया कि गुरुवार सुबह करीब 10 बजे केदारनाथ धाम जा रहा रायगढ (छत्तीसगढ) निवासी 62 वर्षीय तीर्थ यात्री अचानक पहाड़ी से लुढके पत्थर की चपेट में आ गया। उन्होंने बताया कि तीर्थ यात्री के सिर पर पत्थर लगने से चोटिल को उसके सह यात्रियों द्वारा पास स्थित एसएडी गौरीकुंड लाया गया। जहां उसके सिर पर लगी चोट का प्राथमिक उपचार किया गया। प्राथमिक उपचार के बाद घायल तीर्थ यात्री को 108 एंबुलेंस से सोनप्रयाग तक लाया गया। जहां से जिला प्रशासन की टीम द्वारा तत्काल उसे एम्स ऋषिकेश के लिए एयर लिफ्ट किया गया।

उन्होंने अवगत कराया है कि जिलाधिकारी के निर्देशन में त्वरित कार्यवाही करते हुए बीमार/घायल हुए 11 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर उनकी जान बचाई गई। इनमें चोट लगने के 05 मामले शामिल हैं। श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 16 चिकित्सा इकाईयों में अब तक 9356 की ओपीडी की गई, जिसमें से 6683 पुरूषों व 2673 महिलाओं की जांच कर दवा वितरित की गई। इसके अलावा पैदल मार्ग पर 13 चिकित्सा इकाईयों में स्वास्थ्य सेवा हेतु समुचित व्यवस्था की गई है।

उन्होंने यात्रियों से प्रत्येक एमआरपी पर अपने शरीर में ऑक्सीजन के स्तर की जांच करने व वहां पर 10 मिनट का विश्राम करने के बाद यात्रा शुरू करने, गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में रखने, धूम्रपान व अन्य मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करने, यात्रा के दौरान पानी पीते रहने व भूखे पेट न रहने की अपील की है। साथ ही श्वांस रोग, हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में होने वाली बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को विशेष सावधानी बरतने के साथ ही उनके चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नंबर अवश्य साथ रखने की अपील की है।