नई दिल्ली। उत्तराखंड में आज से महालक्ष्मी योजना शुरू की जा चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीएम आवास से इस योजना का शुभारंभ किया है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने लाभार्थी महिलाओं को महालक्ष्मी किट का वितरण भी किया। मुख्यमंत्री ने चयनित लाभार्थी माताओं और नवजात शिशुओं को महालक्ष्मी किट वितरित किए हैं। कहा जा रहा है कि इसके बाद से पूरे राज्य में समस्त जनपदों के कुल 16,929 लोग इससे लाभान्वित होंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश मे अगले एक महीने के अंदर 6000 गांवों को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा। वहीं अगले तीन से चार महीने के अंदर उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा जहां शत प्रतिशत लोगों का कोविड-19 टीकाकरण होगा।
इसलिए शुरू की गई योजना
बताय गया है कि महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि प्रसव के बाद मां और कन्या शिशु की देखभाल को प्रोत्साहित करने के लिए इस योजना को शुरू किया जा सकेगा। इस योजना के जरिए प्रसव के बाद महिला को प्रथम दो बालिकाओं के जन्म पर एक-एक मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट और जुड़वा बच्चियों के जन्म पर महिला एवं बच्चों को अलग-अलग किट दिए जाएंगे।
आवेदन के लिए होंगी ये शर्तें
आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकरण, माता-शिशु रखा कार्ड की प्रति, संस्थागत प्रसव प्रमाण पत्र, यदि घर पर प्रसव हुआ है तो आंगनबाड़ी या आशा वर्कर द्वारा जारी प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर की प्रति, पहली, दूसरी या जुड़वा कन्या के जन्म की स्वप्रमाणित घोषणा, नियमित सरकारी, अर्द्धसरकारी सेवक एवं आयकरदाता न होने का प्रमाण पत्र।