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UAE: अबू धाबी में तैयार हो रहे पहले BAPS हिंदू मंदिर के शिला स्थापना कार्यक्रम में पहुंचे विजय रुपाणी

UAE: अबू धाबी में निर्माणाधीन यह मंदिर कई मायनों में खास हो सकती है। मंदिर निर्माण की पूरी रूपरेखा तैयार की जा चुकी है। बीपीएस मंदिर निर्माण से जुड़े सदस्यों ने कहा कि इस मंदिर में भी विषण परिस्थितियों में अटल स्थित होने की असीम क्षमता होगी।

नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजधानी अबू धाबी में BAPS हिंदू मंदिर बनने जा रहा है। इसी को लेकर अबू धाबी के BAPS हिंदू मंदिर में शिला स्थापना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी (Vijay Rupani) बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने मंदिर निर्माण के प्रति अपना हर्ष प्रकट किया। आपको बता दें कि, 1997 में पूज्य प्रमुख स्वामी महाराज ने संयुक्त अरब अमीरात की जमीन पर हिंदी मंदिर बनाने का संकल्प लिया था। इस दौरान पूज्य ब्रम्हविहारी स्वामी, श्री सुरेश भाई पटेल, मस्कट फार्मेसी के श्री बकुल भाई सहित पूर्व मुख्यमंत्री उपस्थित थे।

आइए, आगे हम आपको अबूधाबी में अयोध्या नगरी राम मंदिर की तर्ज पर बनने जा रहे मंदिर की निर्धारित रूपरेखा से अवगत कराए चलते हैं, जो कई मायनों में अन्य मंदिरों की तुलना में खास होने जा रही है।

करोड़ों की लागत से बन रहा अयोध्या जैसा ‘राम मंदिर’

अबू धाबी में निर्माणाधीन यह मंदिर कई मायनों में खास हो सकती है। मंदिर निर्माण की पूरी रूपरेखा तैयार की जा चुकी है। बीपीएस मंदिर निर्माण से जुड़े सदस्यों ने कहा कि इस मंदिर में भी विषम परिस्थितियों में अटल स्थित होने की असीम क्षमता होगी। इस मंदिर में मानवीय व प्राकृतिक विपदाओं को झेलने की असीम क्षमता होगी। मंदिर निर्माण हेतु कई चरण निर्धारित किए गए हैं। मंदिर को मूर्त रूप देने की दिशा में अब तक पहला चरण संपन्न किया जा चुका है। कथित तौर पर भारत से श्रमिकों के पहुंचने के बाद अन्य चरणों को मूर्त रूप देने की दिशा में कार्य किया जाएगा। भारत से जाने वाले श्रमिक अपने हाथों से इस पावन कृत्यों को करने के लिए आतुर व उत्साहित हैं। हालांकि यूरोपीय देशों में भी कई हिंदू मंदिर हैं, परंतु मध्य एशिया की धरा में पहली बार किसी हिंदू मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। जिसे लेकर वहां रहने वाले हिंदुओं के मन में भगवान राम के प्रति आपार उत्साह देखने को मिल रहा है। उधर, इस मंदिर निर्माण के संदर्भ में विस्तृत जानकारी हेतु एक वीडियो साझा किया गया है, जिसमें बीएपीएस हिंदू मंदिर के प्रवक्ता पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामी ने अब तक मंदिर निर्माण से जुड़े कृत्यों के श्रद्धालुओं के मध्य साझा किया है।

वहीं, इस मंदिर निर्माण के पावन कृत्यों में संलिप्त रहने वाले लोग भी खुद को गर्वांनित महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे इस बात से हर्षित हैं कि वे इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने जा रहे हैं। इसी क्रम में सांरचनिक अभियंता Dr Kong Sia Keong ने कहा कि मैं इस टीम का हिस्सा बनकर इसलिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं, क्योंकि मैं पहली बार किसी ऐसी परियोजना से जुड़कर काम कर रहा हूं, जो मूर्त रूप होने के बाद तकरीबन हजारों सालों तक यथावत रहेगा। यह अपने आप में अद्भुत है। अधिकृत सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, तकरीबन 888 करोड़ रूपए लागत मंदिर निर्माण आएगी।

विगत दिनों गल्फ न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि मंदिर निर्माण से जुड़े शिलाओं व नक्काशीदारी इमारतों को बीते दिनों में दिखलाया गया था, ताकि श्रद्धालुओं को पता चल सकें कि उनकी आस्था के केंद्र का निर्माण किस तरह होने जा रहा है। अब तक मंदिर का जितना भी निर्माण कार्य हुआ है, उसे संपन्न करने में गुजरात और राजस्थान के श्रमिकों का सराहनीय योगदान रहा है। इस मंदिर को विशेष पहचान प्रदान करने हेतु इसकी शिलाओं पर हिंदू ग्रंथों से जुड़े प्रसंगों को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा, जो इसे अन्यत्र मंदिरों से भिन्न पहचान प्रदान करेंगे। निसंदेह यह मंदिर निकट भविष्य में समस्त विश्व के हिंदुओं के लिए आस्था का विराट केंद्र बनने जा रहा है। यह आने वाले दिनों में अबू धाबी जाने वाले हिंदू पर्यटकों के लिए पर्यटण का विशाल केंद्र बनकर उभर सकता है। ऐसे में इस मंदिर को लेकर भारत सरकार भी सक्रिय नजर आ रही है। अलबत्ता आगामी दिनों में जब मंदिर का निर्माण कार्य संपन्न हो जाएगा, तो भारत में भी रह रहे भारतीय इस बहाने आस्था के सैलाब में डुबकी लगा पाएंगे।