नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच शुरू हुई रार थमने का नाम नहीं ले रही है। दोनों के बीच किसी ना किसी मसले को लेकर मतभेद बने ही रहते हैं। इसी बीच बीते दिनों सीएम के हस्ताक्षर के बिना फाइलें एलजी को सौंपने को लेकर भी दोनों के बीच विवाद देखने को मिला था। जिसे संज्ञान में लेने के बाद वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री को दो टूक कर दिया था कि बिना मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर के कोई भी फाइलें ना भेजी जाए। अगर दिल्ली सरकार की ओर से ऐसा किया जाएगा तो उन फाइलों पर अंतिम निर्णय नहीं लिया जाएगा।
बता दें कि अब इसी दिशा में कदम आगे बढ़ाते हुए एलजी ने 47 फाइलें लौटा दी हैं। हालांकि, इस संदर्भ में बीते दिनों एलजी की ओर से दिल्ली सरकार को पत्र भी लिखा गया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि दिल्ली सरकार के अधिकारी मात्र ही हस्ताक्षर करके फाइलें एलजी को सौंप दे रहे हैं, जो कि सही नहीं है। नियम के मुताबिक, सर्वप्रथम दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को किसी भी फाइल को एलजी को सौंपने से पहले खुद हस्ताक्षर करने होते हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं करके सीधे रूप से नियमों का घोर उल्लंघन किया है।
हालांकि, अब जब 47 फाइलों को लौटा दिया गया है, तो ऐसे में देखना होगा कि आगामी दिनों में इसे लेकर दिल्ली सरकार की क्या प्रतिक्रिया रहती है। क्या केजरीवाल सरकार अपने रवैये में बदलाव लाती है या यह रवैया यथावत जारी रहता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।