कोलकाता/नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच रविवार को एक बार फिर बयानों की जंग छिड़ गई। ममता ने आरोप लगाया कि लोकतांत्रिक शक्तियों पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। इसके खिलाफ मोदी सरकार में कानून मंत्री किरेन रिजिजू मैदान में उतर आए। उन्होंने ममता की सरकार के कुछ हवाले देते हुए पलटकर घेरा। पहले आपको बताते हैं कि ममता बनर्जी ने क्या कहा। ममता ने मौजूदा चीफ जस्टिस यूयू ललित की तारीफ की। फिर कहा कि समाज के एक वर्ग के लोग लोकतांत्रिक शक्तियों पर कब्जा कर चुके हैं। इससे देश में राष्ट्रपति शासन आ सकता है। उन्होंने अदालतों का आह्वान किया कि वे देश के संघीय ढांचे को बरकरार रखें। ममता ने ये आरोप भी लगाया कि बेवजह परेशान किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि लोग बंद दरवाजों के पीछे रो रहे हैं।
Judiciary is of the people, by the people, and for the people.
May our young generation, our budding lawyers, and Judges understand the significance of the independent Judiciary and uphold the values of impartiality and free thinking while serving JUSTICE to people. pic.twitter.com/7IDBmeGBzw
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) October 30, 2022
ममता बनर्जी का ये बयान आते ही केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने उनपर पलटवार किया। रिजिजू ने ट्वीट में लिखा कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस TMC ने कानून के राज को धता बताया है। उन्होंने लिखा कि ममता दीदी पश्चिम बंगाल की हकीकत बता रही हैं। वहां टीएमसी पार्टी ने न्यायपालिका और जजों के प्रति कोई सम्मान नहीं दिखाया है। रिजिजू ने अपने ट्वीट में लिखा कि टीएमसी ने ‘टीएमसी का कानून’ लागू कर ‘कानून के राज’ को खत्म कर दिया है।
Mamata didi is telling the truth about West Bengal because TMC party has scant regard for the Judiciary and no respect for the Judges.
They have established ‘Rule by TMC law’ usurping the “Rule of Law”. And Democracy is bleeding, and crying in West Bengal. https://t.co/wFzhhmyA5W— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) October 30, 2022
रिजिजू के अलावा पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी बयान जारी कर ममता बनर्जी को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की सीएम को लोकतंत्र का पता नहीं है। सुकांत ने कहा कि ममता के राज में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है, उनको पीटा जाता है। उन्होंने ये भी कहा कि बंगाल के लोग पिछले 11-12 साल से देख रहे हैं कि राज्य में लोकतंत्र को किस तरह अगवा कर लिया गया है।