नई दिल्ली। विपक्ष लगातार मणिपुर हिंसा को लेकर सरकार से सदन में चर्चा कराने की मांग कर रहा है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार इस संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा से भाग रही है, जबकि सत्तापक्ष के नेताओं का कहना है कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष की ओर से लगातार सदन में हंगामा करके कार्यवाही बाधित की जा रही है। इससे पहले अमित शाह ने बीते सोमवार को भी सदन में कहा था कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं। हम चाहते हैं कि इस मामले की सच्चाई सामने आए, लेकिन विपक्ष लगातार कार्यवाही में बाधा पैदा कर रहे हैं। बता दें कि संसद की कार्यवाही में बाधा पैदा करने के आरोप में आप सांसद संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था, जिसका आज आप नेताओं ने विरोध किया था। आप नेताओं ने मोदी हटाओ मणिपुर बचाओ नाम के पोस्टर बैनर लेकर केंद्र सरकार के विरोध में अपना रोष प्रकट किया। उधर, आज सदन में मणिपुर मुद्दे को लेकर हंगामा पैदा हुआ। विपक्ष ने सरकार पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया, जिसका अमित शाह ने बाकायदा आज करार जवाब दिया।
#WATCH | I have written to the Leaders of Opposition in both Houses that the government is ready for a discussion on Manipur and urged them to create a conducive atmosphere for a discussion on this sensitive matter: Union Home Minister Amit Shah in Lok Sabha pic.twitter.com/5HsWj6K8MU
— ANI (@ANI) July 25, 2023
अमित शाह ने कहा कि मैंने सदन में मणिपुर जैसे अहम मु्द्दों पर चर्चा के लिए सदन के दोनों नेताओं को पत्र लिखा है, जिसमें मैंने कहा कि हम सभी इस गंभीर विषय पर चर्चा के लिए तैयार हैं। शाह ने आगे कहा कि मैंने दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं को पत्र लिखा है कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है और उनसे इस संवेदनशील मामले पर चर्चा के लिए अनुकूल माहौल बनाने का आग्रह किया है। गृह मंत्री ने आगे ताल ठोकते हुए कहा कि सरकार को किसी भी बात का डर नहीं है, जो इस पर चर्चा कराना चाहता है, तो वो आ सकता है। ध्यान दें कि शाह ने यह पत्र ऐसे वक्त में लिखा है, जब विपक्ष की मणिपुर मुद्दे को लेकर केंद्र के खिलाफ आक्रमकता बढ़ती जा रही है। अब ऐसे में देखना होगा कि शाह के इस रुख पर विपक्ष का जवाबी रूख क्या होता है।
वहीं, आज मणिपुर की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए सीएम एन बीरेन सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें प्रदेश में इंटरनेट सेवाओं पर लगी रोक को बहाल कर दिया गया, जिससे प्रदेश के लोग राहत की सांस लेते हुए नजर आ रहे हैं। इसके अलावा एन बीरेन ने कहा कि हम मणिपुर में शांति स्थापित करने की दिशा में प्रतिबद्धता है।