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Bengal Elections: मनरेगा मजदूर के बाद BJP ने इस महिला को बनाया आशाग्राम से अपना उम्मीदवार, दूसरों के घरों में करती थीं काम

West Bengal Election 2021: इसी कड़ी में अब भाजपा ने पूर्वी बर्दवान के आशाग्राम से कभी दूसरों के घरों में काम करने वाली कलिता माझी को अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। वहीं कलिता माझी को उम्मीदवारी मिलने से भाजपा कार्यकर्ता भी बहुत खुश हैं। वहीं सोशल मीडिया के जरिए कलिता माझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वहां चुनाव प्रचार करने की अपील की है।

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सीधे तौर पर टक्कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) से देखी जा रही है। एक तरफ जहां भाजपा ममता के गढ़ में कमल खिलाने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत भाजपा के कई दिग्गज नेता लगातार रैलियां कर रहे है। वहीं दूसरी ओर राज्य की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी भी सत्ता पर तीसरी बार काबिज होने के लिए पूरा दमखम लगा रही है। लेकिन सबके बीच टिकट देने के फैसलों की वजह से भाजपा लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। बंगाल चुनाव में राज्य की बांकुरा स्थित सल्तोरा सीट से एक मनरेगा मजदूर को टिकट देकर सबके चकित कर दिया। 30 वर्षीय चंदना बौरी के पति दिहाड़ी मजदूर हैं, और वो खुद मनरेगा के तहत काम करती हैं।

Kalita Majhi

इसी कड़ी में अब भाजपा ने पूर्वी बर्दवान के आशाग्राम से कभी दूसरों के घरों में काम करने वाली कलिता माझी को अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। वहीं कलिता माझी को उम्मीदवारी मिलने से भाजपा कार्यकर्ता भी बहुत खुश हैं। वहीं सोशल मीडिया के जरिए कलिता माझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वहां चुनाव प्रचार करने की अपील की है। इसका वीडियो ट्विटर पर पायल मेहता ने शेयर किया है। बता दें कि वैसे तो इस सीट पर टीएमसी का कब्जा है। यहां से तृणमूल के अभेदानंद थंडर विधायक हैं। लेकिन इस बार भाजपा ने इस सीट पर एक घेरलू सहायिका को टिकट देकर मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है।

कलिता का एक बेटा है, जिसका नाम पार्थ माझी और वह आठवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा है। उनके माता-पिता का घर मंगकोट के काशमनगर में है। वह परिवार में 7 बहनों और 1 भाई में से एक हैं। उनके पिता एक दिहाड़ी मजदूर थे, जिनका निधन हो चुका है।