नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल मच चुका है। दरअसल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है, जिसके बाद पार्टी कार्यकर्ता उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पवार ने बढ़ती उम्र का हवाला देकर अब अपने पद से निवृत होने का मन बना लिया है। अब ऐसे में यह देखना भी रोचक होगा कि जिस तरह से लगातार उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है, इससे क्या उनका दिल पसीजेगा? क्या वो अपना फैसला वापस लेंगे? फिलहाल इन सभी बातों पर कोई भी टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। एनसीपी कार्यकर्ता लगातार पवार को मनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस बीच उनके भतीजे अजीत पवार का बयान सामने आया है। आइए, आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।
दरअसल, अजीत पवार ने अपने बयान में कहा कि, ‘शरद पवार ने बढ़ती उम्र को देखते यह फैसला लिया है। वो अब काफी बीमार रहने लगे हैं। कई बार उनका ऑपरेशन भी हुआ है। वहीं, NCP के अध्यक्ष पद को लेकर उठ रहे सवालों पर अजीत पवार ने कहा कि पार्टी का जो भी नया अध्य़क्ष होगा, हम उसका स्वागत करेंगे और हम उसके साथ रहेंगे। हम उसके हर निर्णय पर अपना समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि एनसीपी का मतलब कुछ भी नहीं, सिर्फ शरद पवार ही है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि शरद पवार अपना फैसला वापस नहीं लेंगे। वहीं, पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार शरद पवार को मनाने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि अजीत पवार को मुंहफट नेताओं में से माना जाता है। वो कोई भी बात मुंह पर ही कहने के लिए जाने जाते हैं।
#BREAKING | शरद पवार के इस्तीफे पर NCP दोफाड़, फैसला वापस लेने की मांग पर अड़े कार्यकर्ता@Sheerin_sherry | @rounakview | @rounakview | @jitendradixithttps://t.co/smwhXUROiK#Maharashtra #SharadPawar #NCP #SharadPawarRetirement pic.twitter.com/E1w4iYwfmn
— ABP News (@ABPNews) May 2, 2023
अब ऐसे में जिस तरह का बयान उन्होंने दिया है, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि आगामी दिनों में पार्टी में दो फाड़ की स्थिति भी पैदा हो सकती है। ध्यान रहे कि इस पूरी स्थिति को गत 2019 के उस सियासी घटनाक्रम से भी जोड़कर देखा जा रहा है, जब अजीत पवार ने बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। हालांकि, इस पूरे मामले में शरद पवार के दखल के बाद अजीत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और बाद में महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनी थी। बहरहाल, जिस तरह से अभी अजीत पवार को मनाने की कोशिश जारी है, उसे देखते हुए आगामी दिनों में वो क्या कुछ कदम उठाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।