मुंबई। पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी को लोकसभा चुनाव में हराकर सत्ता से बाहर करने के इरादे से विपक्षी दलों ने एकजुटता दिखाई है। इस विपक्षी गठबंधन में 28 दल शामिल हुए हैं। सभी एक सुर से कह रहे हैं कि मोदी को सत्ता से हटाना है, लेकिन जिस एक मुद्दे पर इन विपक्षी दलों के सुर नहीं मिल रहे, वो है पीएम पद का चेहरा। अब तक विपक्षी गठबंधन से तमाम नेताओं को उनकी पार्टी के अन्य नेता पीएम पद का चेहरा बता चुके हैं। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या पीएम बनने के लिए अभी से विपक्षी गठबंधन में रेस शुरू हो चुकी है और अगर सत्ता मिली, तो विपक्ष से पीएम कौन बनेगा?
जो सवाल है, उसका जवाब अभी कोई नहीं दे रहा है, लेकिन ये देख लेते हैं कि किस-किस नेता को उसकी पार्टी ने पीएम चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट किया है। सबसे पहले टीएमसी की सांसद शताब्दी रॉय ने कहा था कि हमारी नेता ममता बनर्जी पीएम फेस के लिए सबसे फिट नेता हैं। इसके बाद नीतीश कुमार का नाम उनकी पार्टी जेडीयू के कुछ नेताओं ने उछाला। फिर राहुल गांधी को मानहानि मामले में संसद सदस्यता वापस मिली, तो अशोक गहलोत और भूपेश बघेल ने उनको पीएम पद का दावेदार बता दिया। इसके बाद एक बार फिर जेडीयू की तरफ से वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने नीतीश कुमार का नाम पीएम पद के लिए आगे कर दिया। हालांकि, त्यागी ने ममता और शरद पवार को भी पीएम पद के लिए उपयुक्त बताया।
केसी त्यागी का बयान आने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) की प्रवक्ता जूही सिंह ने अपने अध्यक्ष अखिलेश यादव को पीएम पद के लिए उपयुक्त बताया। वहीं, आम आदमी पार्टी की तरफ से प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने अरविंद केजरीवाल को पीएम चेहरा बता दिया। हालांकि, बाद में आप के सांसद राघव चड्ढा ने साफ किया कि केजरीवाल को पीएम के लिए प्रोजेक्ट नहीं किया जा रहा है। इसके बाद उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का बयान आ गया। प्रियंका ने उद्धव को पीएम पद का चेहरा बताया। कुल मिलाकर अब तक विपक्षी गठबंधन से पीएम पद की दावेदारी में 6 नेताओं के नाम सामने आ चुके हैं। अब सबकी नजर इस पर है कि क्या इस पर भी मुंबई की बैठक में सहमति बनती है या फिलहाल पीएम का चेहरा ठंडे बस्ते में ही विपक्षी दल रख देते हैं।