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Who is AS Dulat : जानिए कौन हैं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए ए.एस दुलत?

A.S Dulat : एएस दुलत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के प्रमुख थे। एएस दुलत ने उस समय की वाजपेयी सरकार पर ये आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी, कांधार हाईजैक को तत्कालीन सरकार ने ठीक से हैंडल नहीं किया था। वे साल 1999 से साल 2000 तक रॉ के प्रमुख रहे।

नई दिल्ली। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक चल रही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में यात्रा की शुरुआत कर चुके हैं। 6 दिन के बाद इस यात्रा की पुनः शुरुआत की गई है। राहुल गांधी की इस यात्रा में आज एक बड़ा चेहरा शामिल हुआ है। रॉ के पूर्व चीफ एएस दुलत भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ चलते नजर आए। 5 जनवरी को ये यात्रा हरियाणा में प्रवेश करते। वहीं 10 जनवरी को यात्रा पंजाब में पहुंच जाएगी।

साल 1999 से साल 2000 तक रह चुके हैं रॉ के चीफ

आपको बता दें कि देश में रॉ के पूर्व चीफ एएस दुलत अपनी किताबों के चलते कई बार सुर्खियों में रहे हैं। एएस दुलत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के प्रमुख थे। एएस दुलत ने उस समय की वाजपेयी सरकार पर ये आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी, कांधार हाईजैक को तत्कालीन सरकार ने ठीक से हैंडल नहीं किया था। वे साल 1999 से साल 2000 तक रॉ के प्रमुख रहे।

कश्मीर मामलों के अच्छे जानकार हैं दुलत

गौरतलब है कि पूर्व रॉ चीफ एएस दुलत मूल रूप से पंजाब से संबंध रखते हैं। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री में एमए किया। वे 1965 में आईपीएस में आए। उनका कैडर राजस्थान था। राजस्थान में कुछ साल तक रहने के बाद वे केन्द्रीय पोस्टिंग में आ गए। उन्हें खुफिया मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है। वे भारत के काठमांडू स्थित दूतावस में 1976-80 के बीच रहे। वे कश्मीर मामलों के विशेषज्ञ हैं। इसके अलावा अगर उनके अनुभव की बात करें तो कारगिल युद्ध के दौरान, इंटेलिजेंस ब्यूरो के विशेष निदेशक भी थे। एएस दुलत ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख असद दुर्रानी के साथ किताब लिखी- जासूसों की कहानी: रॉ, आईएसआई और शांति का भ्रम लिखी है। जिसमें उन्होंने कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। 1999-2000 में जब दुलत रॉ चीफ थे तब दुर्रानी 1990-92 में आईएसआई के हेड पद पर भी काबिज रहे थे।