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Engineer’s Day: आखिर क्यों हर साल की 15 सितंबर को मनाया जाता है इंजिनियर्स डे?,और जानिए कौन है भारत की पहली इंजिनियर महिला

Engineer’s Day: मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया ने ही आधुनिक भारत की रचना की थी और देश को एक नया आकार दिया इसलिए इनके दिन को इंजिनियर्स डे के रुप में मनाते हैं। आइए जानते है इंजिनियर्स डे के बारें में कुछ खास बातें

नई दिल्ली। अरे यार तुम्हारा ये असाइमेंट हो गया क्या? ये तो कई बार आपने भी सुना होगा जी हां जिनके मुंह से आपने सुना है हम उनकी ही बात कर रहे है इंजीनियर्स की बात कर रहे हैं। भारत में इंजिनियर्स डे हर साल 15 सितंबर को मनाया जाता है। इंजीनियर्स डे देश के महान इंजीनियर मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन कितना खास है यह आप इस बात से अंदाजा लगा सकते है कि आज इंजिनियर्स डे ट्रेंड कर रहा है। हम आपको बता दें कि मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया को भारत रत्न भी मिला हुआ है। मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया ने ही आधुनिक भारत की रचना की थी और देश को एक नया आकार दिया इसलिए इनके दिन को इंजिनियर्स डे के रुप में मनाते हैं। आइए जानते है इंजिनियर्स डे के बारें में कुछ खास बातें-

डा. एपीजे अब्दुल कलाम का योगदान

देश के कई इंजिनियर्स ने हमारे देश को अचथा बनाने के लिए अपना योगदान दिया है, और जिनको प्रोत्साहित करने के लिए हम इस दिन को इंजिनियर्स डे के रुप में मनाते है। कई महान इंजिनियर्स ने देश को एक नई रुपरेखा दी है, इन्होंने देश के विकास में अपना पूरा योगदान दिया है। उसमें एक नाम देश को आसमान की ऊचाईयों तक पहुंचाने वाले हमारे देश के पूर्व राष्ट्पति और महान वैज्ञानिक डा. एपीजे अब्दुल कलाम का है।

इंजिनियर भारती महिला

अय्योलासोमायाजुला ललिता उर्फ ए ललिता भारत की पहली महिला इंजिनियर थी। इनका जन्म 27 अगस्त 1919 को चेन्नई में हुआ था। इनके पिता का नाम पप्पू सुब्बा राव था जो खुद इलेक्ट्रिक इंजिनियर के प्रोफेसर थे।