नई दिल्ली। अपने दो दिवसीय दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश पहुंचे हैं। नरेंद्र मोदी यहां बंग्लादेश की 50वीं स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किए गए हैं। इसी क्रम में कोरोना के प्रसार की शुरुआत के बाद से ये उनका पहला दौरा अपने पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश का है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खादी का ‘मुजीब जैकेट’ पहना हुआ है।
यहां ढाका पहुंचे पीएम मोदी की अगुवानी करने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना पहुंची। पीएम मोदी को यहां गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बांग्लादेश पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री अपने शेड्यूल के मुताबिक सबसे पहले ढाका में सावर में शहीद स्मारक पहुंचे। वहां उन्होंने एक पौधारोपण किया। वहीं शहीद स्मारक में पीएम मोदी ने विजिटर्स बुक में संदेश लिखकर अपने हस्ताक्षर किए।
वहीं बंग्लादेश की 50वीं स्थापना दिवस के कार्यक्रम में नेशनल परेड स्क्वायर में शामिल पीएम मोदी ने अपना संबोधन दिया। यहां उन्होंने शेख मुजीबुर रहमान को साल 2020 का गांधी शांति पुरस्कार से नवाजा। उन्हें बांग्लादेश का राष्ट्रपिता कहा जाता है। रहमान की छोटी बेटी शेख रेहाना ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। पीएम ने मुक्ति युद्ध में शामिल जवानों को नमन किया।
इस दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रपिता शेख मुजीबुररहमान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आए प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मुजीब जैकेट’ पहन रखी थी। उन्होंने इस मौके पर कहा कि यह गम भारतीयों के लिए गर्व का विषय है कि हमें शेख मुजीबुररहमान को गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित करने का अवसर मिला।
पीएम मोदी के खादी ‘मुजीब जैकेट्स’ पर क्यों है सबकी नजर, जानिए- क्या कुछ है स्पेशल
पीएम मोदी की यात्रा के दौरान भारतीय उच्चायोग में अधिकारी बांग्लादेश के फादर ऑफ नेशन शेख मुजीबुर रहमान के सम्मान में उनके सिगनेचर परिधान को पहने नजर आए। खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने ढाका में भारतीय उच्चायोग को 100 ऐसे कस्टम-डिजाइन किए गए ‘मुजीब जैकेट्स’ की आपूर्ति की है।
मुजीब जैकेट बांग्लादेश में एक बेहद लोकप्रिय पहनावा है। पुरानी पीढ़ी के लिए, यह उनके महान नेता की विचारधारा का प्रतीक है, जबकि यह बांग्लादेश के युवाओं के लिए एक फैशन स्टेटमेंट बन गया है। मुजीब जैकेट में छह बटन, निचले आधे हिस्से पर दो जेब और बाईं ओर एक फ्रंट पॉकेट के साथ डिजाइन किया जाता है।