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Congress: राहुल गांधी को आखिर क्यों नहीं भा रहा भारत का लोकतंत्र, फिर कह दी ये बड़ी बात…

Congress: राहुल गांधी समेत कांग्रेसी नेता जब भी किसी विदेशी संस्था या मीडिया द्वारा भारत की सरकार के पक्ष में कोई बयान जारी करती है तो उसे वह फिक्स कहने से नहीं कतराते हैं। वहीं जब भारत के खिलाफ कोई विदेशी संस्था या मीडिया सवाल उठाती है या भारत सरकार के खिलाफ कोई बयान देती है तो उसे सच मानकर कांग्रेसी नेता और राहुल गांधी भारत के खिलाफ ही हमलावर हो जाते हैं।

नई दिल्ली। राहुल गांधी को एक बार फिर भारत का लोकतंत्र खतरे में नजर आ रहा है। हालांकि 2014 के बाद से ही राहुल गांधी भारत के लोकतंत्र को खतरे में बता रहे हैं। लेकिन अब उनकी भावना भारत के लोकतंत्र को लेकर एक कदम आगे बढ़ गई है। उन्हें लगने लगा है भारत में अब लेकतंत्र नाम की चीज बची ही नहीं है। ये वही राहुल गांधी हैं जिन्होंने हाल ही में अपनी दादी के द्वारा देश में लगाए गए आपातकाल को गलत बताया था।

Rahul And Indira Gandhi

राहुल गांधी समेत कांग्रेसी नेता जब भी किसी विदेशी संस्था या मीडिया द्वारा भारत की सरकार के पक्ष में कोई बयान जारी करती है तो उसे वह फिक्स कहने से नहीं कतराते हैं। वहीं जब भारत के खिलाफ कोई विदेशी संस्था या मीडिया सवाल उठाती है या भारत सरकार के खिलाफ कोई बयान देती है तो उसे सच मानकर कांग्रेसी नेता और राहुल गांधी भारत के खिलाफ ही हमलावर हो जाते हैं।


ताजा उदाहरण ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट का दिया जा सकता है जब किसान आंदोलन की आड़ में भारत को बदनाम करने की साजिश वाले टूलकिट को ग्रेटा ने ट्वीट किया और सरकार की तरफ से एक्शन लिया गया तो राहुल गांधी समेत तमाम कांग्रेसी नेता सरकार के खिलाफ हमलावर हो गए।

ऐसा ही कुछ आज राहुल गांधी ने फिर किया है। इंटरनेशनल मीडिया की एक खबर का स्क्रीनशॉट ट्वीट करते हुए राहुल गांधी सरकार पर हमलावर होने के बदले भारतीय लोकतंत्र पर ही सवाल उठाने लगे। राहुल ने लिख दिया कि भारत अब एक लोकतांत्रिक देश नहीं है। मतलब राहुल को निशाना साधना था सरकार पर लेकिन उन्होंने निशाना भारत के लोकतंत्र को बनाया।

Rahul Gandhi

इस ट्वीट में जो स्क्रीनशॉट लगाया गया है उसको देखेंगे तो आप खुद अचरज में पड़ जाएंगे। जिस मीडिया संस्थान की खबर को राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए जवाब लिखा है। उसमें भारत के लोकतंत्र की तुलना पाकिस्तान के इस्लामिक सोच से किया गया है। राहुल गांधी के इस ट्वीट में जो स्क्रीनशॉट है उसमें भारत के लोकतंत्र को पाकिस्तान की तरह ऑटोक्रेटिक बताया गया है। इसमें यह भी लिखा गया है कि बांग्लादेश से भी भारत के हालात ज्यादा खराब हैं। इस खबर में स्वीडन इंस्टीट्यूट की डेमोक्रेसी रिपोर्ट का हवाला दिया गया है। इस रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि अब भारत का कुछ हिस्सा ही आजाद रह गया है। राहुल को यह इसलिए भी पसंद आया होगा कि लेख में उन हिस्सों का जिक्र होगा जो भाजपा शाषित नहीं है। स्वीडन इंस्टीट्यूट की डेमोक्रेसी रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है कि भारत में अब बोलने की आजादी नहीं है। और राहुल गांधी उसी का हवाला देकर सोशल मीडिया पर बोले जा रहे हैं सरकार के खिलाफ लगातार लिख रहे हैं। प्रधानमंत्री को उनकी पार्टी के लोग लगातार भला बुरा कह रहे हैं लेकिन उन्हें लगता है कि देश में बोलने की आजादी नहीं है।