कोलकाता। राज्यसभा की 10 सीटों पर 24 जुलाई को वोटिंग होने वाली है। इनमें से 3 सीटें गुजरात, 1 गोवा और बाकी 6 पश्चिम बंगाल की हैं। गुजरात और गोवा की कुल 4 राज्यसभा सीटों पर तो बीजेपी की एकतरफा जीत तय है, लेकिन पश्चिम बंगाल में बीजेपी एक गणित से टीएमसी सुप्रीमो और सीएम ममता बनर्जी को झटका दे सकती है। ये गणित आज हम आपको बताने जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की जिन 10 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है, उनमें से एक सीट कांग्रेस के प्रदीप भट्टाचार्या का कार्यकाल खत्म होने से खाली हो रही है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में कांग्रेस के अकेले विधायक को ममता की पार्टी टीएमसी ने खुद में शामिल करा लिया है। यानी बंगाल से राज्यसभा में कांग्रेस का अब कोई सदस्य नहीं होगा। जाहिर है, इस सीट को जीतने के लिए टीएमसी हर संभव कोशिश करेगी। अगर टीएमसी में बीजेपी सेंध लगा सके, तो राज्यसभा की इस सीट को अपने पाले में कर ममता को वो झटका दे सकेगी।
अब जरा इसका गणित भी समझ लिया जाए। पश्चिम बंगाल विधानसभा में 294 सदस्य हैं। राज्यसभा की 6 खाली सीटों में से 4 को टीएमसी आसानी से जीतेगी। वहीं, 1 सीट पर बीजेपी की जीत तय है। अगर टीएमसी को 5वीं सीट चाहिए, तो उसे कुल 215 वोट चाहिए होंगे। हर एक राज्यसभा सीट पर जीत के लिए आंकड़ा कम से कम 43 वोट का है। वहीं, 1 सीट जीतने के बाद बीजेपी के पास 34 विधायक बचते हैं। अगर बीजेपी टीएमसी में सेंधमारी कर 9 और वोट जुटा लेती है, तो वो पश्चिम बंगाल में 2 राज्यसभा सीटों पर जीत हासिल कर लेगी। इससे ममता बनर्जी और टीएमसी को तगड़ा झटका लगेगा।
अगर बीजेपी पश्चिम बंगाल की राज्यसभा सीटों में से 2 पर उम्मीदवार उतारती है, तो मुकाबला दिलचस्प हो सकता है। खास बात ये भी है कि टीएमसी के कई विधायक जेल में हैं। ऐसे में उसके लिए 5वीं सीट हासिल करना भी आसान नहीं है। बीजेपी के नेता और नामचीन एक्टर मिथुन चक्रवर्ती कई बार ये दावा कर चुके हैं कि ममता की पार्टी के तमाम विधायक उनके संपर्क में हैं। तो क्या मिथुन दादा इस बार बीजेपी की नैया पार लगाकर ममता को झटका देंगे? इस सवाल का जवाब 24 जुलाई की रात तक मिल जाएगा।