नई दिल्ली। भारत को कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के मोर्चे पर जबरदस्त कामयाबी हाथ लगी है। रविवार को दवा नियामक ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में बनी स्वदेशी कोरोना वैक्सीन की मंजूरी दे दी है। डीसीजीआई ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड (COVISHIELD) को आपात प्रयोग की मंजूरी दे दी। इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने सोमवार को कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
शिवराज सिंह चौहान ने प्रेंस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि वह अभी कोरोना का टीका नहीं लगवाएंगे। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि, कोरोना वैक्सीन के टीकारण की तैयारी सभी ने अपने-अपने स्थानों में की होगी। उसकी योजना ढंग से हो जाए। और जो प्रायॉरिटी ग्रुप्स है और जैसे मैंने तय किया मैं वैक्सीन अभी नहीं लगवाऊंगा। पहले बाकि को लगे और इसके बाद अपना नंबर आए। जो प्रायॉरिटी ग्रुप्स है उनको लग जाए । उस व्यवस्था को बनाने में हम सबको जुटना पड़ेगा।
#WATCH …I have decided that I will not get vaccinated for now, first it should be administered to others. My turn should come afterwards, we have to work to ensure that priority groups are administered with the vaccine: Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan pic.twitter.com/EGbkb70iz2
— ANI (@ANI) January 4, 2021
इसकी जानकारी उन्होंने अपने ट्विटर के माध्यम से भी दी है। सीएम शिवराज सिंह ने यह घोषणा ऐसे वक्त पर की है जब विपक्षी नेता लगातार कोरोना वैक्सीन को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।
मध्यप्रदेश के समस्त ज़िले #COVID19 वैक्सिनेशन के लिए तैयार हैं। सभी प्रकार की व्यवस्थाएँ कर ली गई हैं।
मैंने निर्णय लिया है कि मैं अभी वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा। पहले हम प्रायॉरिटी ग्रुप्स का वैक्सिनेशन सुनिश्चित करेंगे और बाद में मेरा वैक्सिनेशन होगा।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 4, 2021
वैक्सीन को मंजूरी मिलते हीं ओछी राजनीति पर उतर आए कांग्रेस नेता
इससे पहले कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलते ही कांग्रेस नेता शशि थरूर ने निशाना साधते हुए कहा कि भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन ने अभी फेज 3 का ट्रायल पूरा नहीं किया है। ऐसे में यह अप्रूवल अपरिपक्वता में दी गई है और यह घातक हो सकता है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन से इस बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा है। उन्होंने इसके ट्रायल पूरा होने तक इसे अनुमति ना देने की बात भी कही साथ ही सरकार से ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को सही मानकर उसी पर काम करने की मांग की।
The Covaxin has not yet had Phase 3 trials. Approval was premature and could be dangerous. @drharshvardhan should please clarify. Its use should be avoided till full trials are over. India can start with the AstraZeneca vaccine in the meantime. https://t.co/H7Gis9UTQb
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 3, 2021
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयराम रमेश ने भी वैक्सीन की मंजूरी पर सवाल उठाया है। कोवैक्सीन पर सवाल उठाते हुए रमेश ने स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी देने के लिए सरकार ने क्यों अंतरराष्ट्रीय मानकों को नजरअंदाज किया। सरकार की तरफ से इस बात का स्पष्टीकरण देना जरूरी है।
Bharat Biotech is a first-rate enterprise, but it is puzzling that internationally-accepted protocols relating to phase 3 trials are being modified for Covaxin. Health Minister @drharshvardhan should clarify. pic.twitter.com/5HAWZtmW9s
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 3, 2021