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Tripura: गिरफ्तार महिला पत्रकारों पर ये है त्रिपुरा पुलिस का दावा, FIR होने के बाद यहां से पकड़ा

Tripura: पुलिस के मुताबिक दोनों के खिलाफ समुदायों में वैमनस्य फैलाने और साजिश रचने का आरोप है। उनके बारे में पुलिस का कहना है कि ओडिशा के झारसुगुड़ा की समृद्धि और दिल्ली के रोहिणी की रहने वाली स्वर्णा झा ने 11 नवंबर को त्रिपुरा में घुसने के बाद होटल लिया। यहां उन्होंने खुद को छात्र बताया और आने का मकसद कामकाज दिया।

अगरतला। 21 साल की समृद्धि के साकूनिया और 24 साल की स्वर्णा झा को लेकर त्रिपुरा की विप्लव देब सरकार पर आरोप लग रहे हैं। आरोप है कि दोनों पत्रकार हैं और इन्हें रिपोर्टिंग करने के लिए गिरफ्तार किया गया है। वहीं, त्रिपुरा पुलिस इस मामले में दूसरा ही दावा कर रही है। पुलिस का दावा है कि दोनों ने जिस होटल को अपना ठिकाना बनाया था, वहां खुद के पत्रकार होने की जानकारी नहीं दी थी। वहां दोनों ने खुद को छात्र बताया था। बता दें कि समृद्धि और स्वर्णा को त्रिपुरा पुलिस ने असम से गिरफ्तार किया है। पुलिस का ये भी दावा है कि दोनों फरार होने की कोशिश कर रही थीं। पूरा मामला त्रिपुरा के उनाकोटी जिले का है। समृद्धि और स्वर्णा पर आरोप है कि उन्होंने पश्चिमी त्रिपुरा के उनाकोटी, गोमती और सेपाहीजला जिलों में अल्पसंख्यक इलाकों का दौरा किया और गलत तथ्यों पर रिपोर्टिंग की। त्रिपुरा पुलिस ने फटिकरॉय थाने में दोनों के खिलाफ कांचन दास नाम के शख्स की तहरीर पर केस दर्ज किया था।

sammriddhi k sakunia

पुलिस के मुताबिक दोनों के खिलाफ समुदायों में वैमनस्य फैलाने और साजिश रचने का आरोप है। उनके बारे में पुलिस का कहना है कि ओडिशा के झारसुगुड़ा की समृद्धि और दिल्ली के रोहिणी की रहने वाली स्वर्णा झा ने 11 नवंबर को त्रिपुरा में घुसने के बाद होटल लिया। यहां उन्होंने खुद को छात्र बताया और आने का मकसद कामकाज दिया। पुलिस के मुताबिक केस दर्ज होने के बाद दोनों ने बीते रविवार को कुमारघाट से टैक्सी ली और अगरतला जाने की जगह असम के रास्ते भागने की कोशिश की। दोनों को चुराईबाड़ी से गिरफ्तार किया गया।

 

बता दें कि समृद्धि और स्वर्णा खुद को HW News Network बताती हैं। दोनों के ट्विटर हैंडल पर यही दिया हुआ है। पुलिस अब दोनों से पूछताछ कर उनका असली इरादा जानने की कोशिश कर रही है। त्रिपुरा में एक मस्जिद में तोड़फोड़ और आगजनी की फर्जी खबर बीते दिनों फैलाई गई थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी इसका खंडन किया है। इस फर्जी खबर की वजह से महाराष्ट्र के अमरावती और मालेगांव समेत कई जगह हिंसा भी हुई। इन इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है।