नई दिल्ली। आज सोमवार सुबह पुणे के दीनानाथ मंगेशकर मेमोरियल अस्पताल में बाबासाहेब पुरंदरे का निधन हो गया। छत्रपति शिवाजी महाराज की गाथा को जन-जन तक पहुंचाने वाले मशहूर इतिहासकार और लेखक बाबासाहेब पुरंदरे 99 साल के थे। बाबासाहेब के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ”मुझे शब्दों से परे दर्द होता है। शिवशहर बाबासाहेब पुरंदरे का निधन इतिहास और संस्कृति की दुनिया में एक बड़ा शून्य छोड़ देता है। उन्हीं की बदौलत आने वाली पीढ़ियां छत्रपति शिवाजी महाराज से और जुड़ेंगी। उनके अन्य कार्यों को भी याद किया जाएगा।”
I am pained beyond words. The demise of Shivshahir Babasaheb Purandare leaves a major void in the world of history and culture. It is thanks to him that the coming generations will get further connected to Chhatrapati Shivaji Maharaj. His other works will also be remembered. pic.twitter.com/Ehu4NapPSL
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021
अपने अगले ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, ”शिवशहर बाबासाहेब पुरंदरे मजाकिया, बुद्धिमान और भारतीय इतिहास का समृद्ध ज्ञान रखते थे। वर्षों से मुझे उनके साथ बहुत निकटता से बातचीत करने का सम्मान मिला है। कुछ महीने पहले, अपने शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम को संबोधित किया था”
Shivshahir Babasaheb Purandare was witty, wise and had rich knowledge of Indian history. I had the honour of interacting with him very closely over the years. A few months back, had addressed his centenary year programme. https://t.co/EC01NsO1jc
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021
अपने तीसरे ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा, ”शिवशहर बाबासाहेब पुरंदरे अपने व्यापक कार्यों के कारण जीवित रहेंगे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और अनगिनत प्रशंसकों के साथ हैं। शांति।”
Shivshahir Babasaheb Purandare will live on due to his extensive works. In this sad hour, my thoughts are with his family and countless admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021
अस्पताल की ओर से बाबासाहेब पुरंदरे के निधन को लेकर जानकारी देते हुए कहा गया कि पुरंदरे ने सोमवार को सुबह पांच बजे आखिरी सांस ली। बता दें, बाबासाहेब पुरंदरे ने 17वीं शताब्दी के मराठा योद्धा राजा छत्रपति शिवाजी पर काफी काम किया है। इसी कारण पुरंदरे को ‘शिव शाहीर’ के नाम से भी जाना जाता है। हाल ही में उन्हें निमोनिया हो गया था, जिसका इलाज चल रहा था। इस साल जुलाई में ही बाबासाहेब पुरंदरे ने सौवें साल में प्रवेश किया था। इस मौके पर उन्हें राजनीति, फिल्म, साहित्य सहित विभिन्न क्षेत्रों के नेताओं की ओर से बधाई भी दी गई थी।