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क्वारन्टीन से छूटते ही सीबीआई हिरासत में पहुंच गए DHFL के प्रमोटर धीरज वाधवान और कपिल

डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वाधवान घोटाला मामले में लटक रही तलवार अब उनके गले पर आ गई है।

नई दिल्ली। पूरे देश में लगे लॉकडाउन के बीच यस बैंक घोटाले से जुड़ी एक बड़ी खबर आई है। यस बैंक घोटाले में 2 बड़े नाम मोस्ट वॉन्टेड डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वाधवान घोटाला मामले में लटक रही तलवार अब उनके गले पर आ गई है।
कपिल और धीरज वाधवान पर सीबीआई ने अपना शिकंजा कस लिया है। कंपनी के दोनों प्रमोटर्स को आज सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है। फिलहाल उनकी गिरफ्तारी के लिए कागजी कार्रवाई चल रही है।

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इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए रविवार को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि उन्हें सतारा से मुंबई लाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी अहम जानकारी दी कि सीबीआई की मांग पर सतारा पुलिस ने सीबीआई को पूरा सहयोग दिया।

गौरतलब है कि इससे पहले 22 अप्रैल को गृहमंत्री ने सख्त लहजे में ये कहा था कि वाधवान समूह के लोगों का क्वारैंटाइन का समय खत्म हो चला है। कुछ समय पहले सीबीआई और ईडी ने हमसे उनकी हिरासत की मांग की थी। अब इस मामले में गिरफ्तारी की अनुमति दे दी गई है।

इससे पहले के पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने वाधवान भाइयों को सतारा जिले के महाबलेश्वर में एक फॉर्म हाउस से हिरासत में लिया था। खबर के मुताबिक महाराष्ट्र के गृह विभाग के प्रधान सचिव (विशेष) आईपीएस अमिताभ गुप्ता ने भाइयों सहित करीब दो दर्जन लोगों को इमरजेंसी पास जारी करवाया था। इसी पास की मदद से सीबीआई और ईडी से बचने के लिए खंडाला में छिपे वाधवान परिवार के 21 लोग के साथ 5 गाड़ियों में 8 अप्रैल को महाबलेश्वर स्थित अपने फार्महाउस जा रहे थे।

इस मामले में बड़ी लापरवाही के के चलते आईपीएस गुप्ता को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया। वहीं वधावन परिवार के खिलाफ लॉकडाउन तोड़ने पर केस दर्ज किया गया था। गौरतलब है कि यस बैंक घोटाले पर केंद्र सरकार सख्ती से निपट रही है। किसी भी तरह से इस घोटाले में लिप्त लोगों के खिलाफ रियायत नहीं बरती जा रही है।