लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की वजह से पीड़ित लोगों को राहत देने के लिए राज्य की योगी सरकार हर कदम पर तत्पर नजर आ रही है। इस कोरोना संकट के बीच कई परिवारों ने अपने परिजनों को खोया है। जिसके बाद से उनके जीवन तमाम तरह के उतार-चढ़ाव आए। ऐसे में योगी सरकार उनके दुखों को कम करने का प्रयास कर रही है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के फीरोजाबाद शहर के द्वारकापुरी मुहल्ले में शीला देवी उस वक्त चौंक गईं जब उनके घर तहसीलदार और लेखपाल जा पहुंचे। दरअसल दोनों को अचानक अपने दरवाजे पर देख शीला देवी हक्की-बक्की रह गई और उन्हें एकबारगी कुछ समझ नहीं आया। तभी तहसीलदार ने उन्हें उनके वरासत के कागजात सौंपा। जिसपर शीला देवी ने कहा कि, ये क्या है? इसपर तहसीलदार ने बताया कि उनके पति के नाम जो एक बीघा जमीन है, वो अब उनके नाम हो गई है, ये कागज उसी की खतौनी है। इसे जानकर शीला देवी की आंखें नम हो गईं। बोलीं, अब आप ही मेरे सबकुछ हो। इस पर अधिकारियों ने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
बता दें कि इस तरह के प्रयास योगी सरकार में पहली बार नहीं, और भी लोगों के साथ हुए हैं। कोरोना की मार से पहले ही परेशानी झेल रहे लोगों की मदद कर योगी सरकार उनके दुख को हल्का करने में लगी हुई है। बता दें कि शीला देवी के पति गौरीशंकर का 24 मई को कोरोना वायरस की वजह से निधन हो गया था। दोनों का एक नौ साल का बेटा भी है।
ऐसे में उनकी जमीन को लेकर मामला अधर में जाता दिखाई दे रहा था। लेकिन योगी सरकार ने इस तरह के मामलों में पहल करते हुए लोगों की मदद करने का बीड़ा उठाया। जिससे लोगो को अधिक परेशानी ना उठाने पड़े। बता दें कि योगी सरकार में सत्यापन के दौरान पड़ताल की जा रही है कि मृतक की पत्नी या मां विधवा या वृद्धा पेंशन की पात्र हैं या नहीं। उनकी कोई बेटी शादी के योग्य है या नहीं। ऐसा होने पर उन्हें भी पेंशन एवं अनुदान योजना का लाभ दिलाने के लिए आवेदन कराया गया है।