नई दिल्ली। योगी सरकार ने कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन के संकट में गरीब लोगों की मदद के लिए विशेष अभियान चलाया है। योगी सरकार दिहाड़ी मजदूरों के खातो में एक एक हजार रुपया पहुंचा चुकी है। उन्हें मनरेगा की रकम का तत्काल भुगतान करा रही है। मगर कुछ असामाजिक तत्व इस मदद पर भी डाका डालने की फिराक में हैं। ऐसे ही एक ग्राम प्रधान पर प्रशासन ने सख्त कार्यवाही की है।
ये मामला जौनपुर जिले के लाइन बाजार थाना के पचोखर गांव का है। कोरोना महामारी को देखते हुए योगी सरकार ने मनरेगा के तहत हुए काम का भुगतान मजदूरों को खाते में भेज दिया है। पर इसी बीच एक शिकायत सामने आई। जौनपुर के डीएम को इस बात की खबर मिली कि पचोखर गांव के प्रधान के पति पहाड़ी यादव बैंक मित्र की मिलीभगत से मजदूरों का पैसा निकाल ले रहा है।
पीड़ित मजदूर सुभाष निषाद ने डीएम से शिकायत की। उसने बताया कि हमारी मजदूरी के 4900 रूपये प्रधान के पति ने निकाल लिए और केवल 400 रूपये मुझे दिए। जिलाधिकारी का आदेश मिलते ही थानेदार ने प्रधानपति को हिरासत में लेकर डीएम के सामने पेश किया। डीएम द्वारा पूछताछ की गई तो आरोप सही मिले। इसके बाद डीएम ने पहाड़ी यादव को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजने का आदेश दे दिया।
योगी सरकार के निर्देशों के मुताबिक पूरे प्रदेश में एसडीएम, बीडीओ समेत अन्य अधिकारियों को ऐसे ग्राम प्रधानों पर निगाह रखने को कहा गया है जिससे मजदूरों को इस मुश्किल घड़ी में सहारा मिल सके।