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UP: काशी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए योगी सरकार की नई पहल, सभी ऑटो CNG में हो रहे कन्वर्ट

Kashi pollution free: काशी का धार्मिक व आध्यात्मिक महत्व पूरी दुनिया के लोगों को अपने तरफ़ आकर्षित करता है। पिछली सरकारों ने वाराणसी के विकास की सुध नहीं ली। जिससे प्राचीन शहर काशी का सुनियोजित विकास नहीं हो पाया।

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की आबो-हवा ठीक रखने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नई पहल की है। सरकार शहर में चलने वाले ऑटो रिक्शा को सीएनजी में कन्वर्ट कर रही है।इस मुहीम से पेट्रोल व डीजल के ज़हरीले धूए से दूषित हो रहे वातावरण को बचाया जा सकता है।वहीं अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे पेट्रोल व डीजल की कीमत बढ़ने से लोगो की जेबों पर पढ़ने वाले अधिक बोझ को भी सीएनजी ऑटो रिक्शा चलने से कम किया जा सकता है। पूरी दुनिया से काशी आने वाले पर्यटकों और काशी में रहने वालो के अच्छे सेहत के लिए भी सरकार हमेशा फिक्र मंद रहती है। शहर की आबो-हवा को ठीक रखने के लिए ,वातावरण को प्रदूषण रहित करने के लिए, शहर के अंदर चलने वाली पेट्रोल व डीज़ल की गड़िया बाहर करने की योजना चल रही है। अब शहर में केवल सीएनजी से चलने वाली ही ऑटो रिक्शा ही चलेंगी।

cng

एआरटीओ प्रशासन सर्वेश त्रिपाठी ने बताया की शहर में चलने वाली रजिस्टर्ड ऑटो की संख्या 4800 है,जिसमें से 4705 सीएनजी में तब्दील हो चुकी है। बची हुई 95 ऑटो रिक्शा मार्च के अंत तक सीएनजी में बदल देने की योजना है। शहरी इलाके से बाहर चलने वाले 11150 ऑटो रिक्शा है।जिसको सितम्बर तक सीएनजी में कन्वर्ट करने का समय दिया गया है। गेल इंडिया के मुताबिक़ सीएनजी से ऑटो रिक्शा चलाना करीब 40 से 50 प्रतिशत सस्ता है। इस समय वाराणसी में कार्यरत 11 सीएनजी स्टेशन है। 8 सीएनजी स्टेशन ग्रामीण इलाके में निर्माणधीन है। वाराणसी में कुल क्षमता एक लाख किलो सीएनजी प्रतिदिन से अधिक की है। सीएनजी से चलने वाली गाड़ियों की संख्या कम होने से अभी मात्र 25 से 30 हज़ार किलो सीएनजी की खफ़त हो पा रही है।

CNG AUto

काशी का धार्मिक व आध्यात्मिक महत्व पूरी दुनिया के लोगों को अपने तरफ़ आकर्षित करता है। पिछली सरकारों ने वाराणसी के विकास की सुध नहीं ली। जिससे प्राचीन शहर काशी का सुनियोजित विकास नहीं हो पाया। अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बनारस के चौतरफ़ा विकास करना शुरू कर दिया है। जिसमे से एक महत्वपूर्ण काम हो रहा है , वाराणसी को वायु प्रदूषण से मुक्त कराना। ऐसे में जब पर्यटक वाराणसी आये तो उनको साफ़-सुथरा काशी दिखने के साथ ही यहाँ का वातावरण भी शुद्ध मिले।