नई दिल्ली। जीने के लिए जैसे खाना और पानी जरूरी है, वैसे ही नींद का भी खास महत्व होता है। कई बार आपने देखा होगा लोग आधी-आधी रात तक फिल्में देखते हैं, घूमने-फिरने जाते हैं फिर आधी रात 12 से 1 बजे के बीच सोते हैं और सुबह भी जल्दी उठ जाते हैं। अगर आपमें भी ऐसी आदते हैं या फिर आपके भी सोने का टाइम फिक्स नहीं है तो आप कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। जी हां, कम नींद लेने से हमारे शरीर में कई तरह की परेशानियां होने लगती है। इससे टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज, मोटापा और डिप्रेशन जैसी बिमारी होने का खतरा भी बना रहता है।
क्यों जरूरी होती है भरपूर नींद?
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो रात के समय सिर्फ सोना ही काफी नहीं होता, इसके अलावा ये भी जरूरी होता है कि आप कितने बजे सोते हैं, कितनी देर तक सोते हैं और आपकी स्लीप क्वॉलिटी कैसी है। एक्सपर्ट की मानें तो रात में अच्छी तरह से नींद पूरी ना हो तो दिन में नींद आने का अहसास होना, थकान रहमा, मूड खराब होना और चिड़चिड़ापन जैसी कई दिक्कते होने लगती हैं।
बच्चों में नींद की कमी से क्या होता है?
बच्चों पर नींद के पूरा न होने या फिर कहें तो नींद सही ठंग से न लेने पर कई तरह की दिक्कते होने लगती है। इससे बच्चों की सामान्य वृद्धि और विकास में रूकावट आने लगती है। बच्चों में नींड का पूरा न होने पर उनकी स्कूल परफॉर्मेंस में कमी, सुबह जल्दी उठने में दिक्कत, चिढ़चिढ़ापन, मूड स्विंग्स, डिप्रेश जैसी परेशानियां होने लगती है।
बच्चों, व्यस्कों और बुजुर्गों के लिए कितनी नींद लेना है जरूरी
उम्र | कितने घंटे की नींद है जरूरी | |
नवजात शिशु | 1-2 | 11 से 14 |
प्री- स्कूल | 3-5 | 10 से 13 |
बच्चे | 6-13 | 9 से 11 |
किशोर | 14-17 | 8 से 10 |
व्यस्क | 18-60 | 7 से 9 |
बुजुर्ग | 60 साल से ऊपर | 6 से 8 |