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Health Tips: आपकी रसोई में मौजूद है सेहत का खजाना, इन मसालों को भोजन में शामिल करके कर सकते हैं अपनी एनर्जी को दोगुना

Health Tips: लौंग, इलाइची, काली मिर्च, हल्दी से लेकर सौंफ, जीरा और दालचीनी तक स्वाद और सेहत के खजाने माने जाते हैं। तो आइये जानते हैं इन मसालों के औषधीय गुणों के बारे में साथ ही इनसे होने वाले फायदों के विषय में

नई दिल्ली। मसाले, जो हमारे रसोई का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, भोजन के स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत उपयोगी है। आयुर्वेद में इन मसालों को लेकर बहुत सारे उपाय बताए गए हैं। गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज आयुर्वेद में मौजूद है। दुनिया भर के शोधकर्ताओं द्वारा इसे साबित भी किया जा चुका है। ये मसाले शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। जानकारों के अनुसार, मसालों में एंटीऑक्सिडेंट और कई प्रकार के अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक हैं। लौंग, इलाइची, काली मिर्च, हल्दी से लेकर सौंफ, जीरा और दालचीनी तक स्वाद और सेहत के खजाने माने जाते हैं। तो आइये जानते हैं इन मसालों के औषधीय गुणों के बारे में साथ ही इनसे होने वाले फायदों के विषय में…

काली मिर्च

छोटे-छोटे काले दानों वाली काली मिर्च का प्रयोग हर घर में किया जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर इस मसाले में ‘पिपेरिन’ नामक पौधे से प्राप्त यौगिक पाया जाता है, जो टेस्ट-ट्यूब अध्ययनों में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर बताया गया है। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर आहार, शरीर को मुक्त कणों के हानिकारक प्रभावों से सुरक्षित रखने में सहायक होता है। पिपेरिन को मस्तिष्क से संबंधित कार्यों के सुधार में भी कारगर पाया गया है।

दालचीनी

औषधीय गुणों से युक्त दालचीनी का उपयोग अक्सर चीनी हर्बल दवाओं में किया जाता रहा है। दरअसल, दालचीनी में ‘सिनामाल्डिहाइड’ नामक यौगिकों की मौजूदगी होती है। इसे एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों के लिए जाना जाता है। दालचीनी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाली औषधि मानी जाती है।

लौंग 

लौंग में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाई जाती है। ये यौगिक शरीर को मुक्त कणों से लड़ने में सहायता प्रदान करते हैं, जो कोशिकाओं को हानि पहुंचाकर कई तरह की गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकते हैं। इसके अलावा लौंग हृदय रोग, मधुमेह और कुछ प्रकार के कैंसर के विकास को कम करने में भी मदद करती है। दांत और मसूड़ों के दर्द में लौंग का तेल बहुत जल्दी आराम पहुंचाता है।

इलाइची

वैसे तो इलाइची का प्रयोग भोजन के स्वाद और सुगंध को बढ़ाने में किया जाता है। इसके अलावा ये ब्लड प्रेशर को कम करने में काफी काफी सहायक है। एक अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने 20 वयस्कों को प्रतिदिन तीन ग्राम इलायची पाउडर खाने के लिए दिया। 12  हफ्तों के बाद सभी प्रतिभागियों के रक्तचाप का स्तर सामान्य हो गया। इलाइची इंफ्लामेशन की समस्या को कम करने में भी सहायता करती है।

जीरा

भारतीय भोजन का अभिन्न अंग माना जाने वाले जीरा में पोटैशियम और आयरन का बहुत बड़ा स्रोत पाया जाता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में सहायता करता है। इस मसाले में एंटीऑक्सिडेंट्स भी प्रचुरता पाई जाती है। इसके अलावा इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में भी मदद करते हैं। जीरा में विभिन्न प्रकार के खनिज जैसे मैग्नीशियम, कैल्शियम की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है जो इसे काफी स्वास्थवर्धक बनाते हैं।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Newsroompost इसकी पुष्टि नहीं करता है।