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World Cup 1983: 40 साल पहले इसी दिन ‘टोटके’ से भारत ने जीता था 1983 का विश्‍व कप!, जानिए क्यों कहा जाता है ऐसा

World Cup 1983: इस जीत को लेकर ये भी कहा जाता है कि टीम इंडिया ने मुकाबले में जीत एक टोटके की वजह से हासिल की। आज जब भारतीय टीम की इस जीत को पूरे साल 40 हो गए हैं तो चलिए इस मौके पर आपको बताते हैं आखिर क्या था वो टोटका और क्यों कहा जाता है ऐसा…

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए आज का दिन काफी अहम है। अगर आप क्रिकेट देखना पसंद करते हैं या कहें कि क्रिकेट लवर हैं तो आपको ये बात जरूर पता होगी कि आज ही दिन भारतीय टीम ने अपना पहला वर्ल्ड कप जीता था। भारतीय टीम की ये जीत इसलिए भी खास की क्योंकि टीम इंडिया ने ये जीत वेस्टइंडीज की टीम के खिलाफ हासिल की थी जो कि उस वक्त की सबसे मजबूत टीम मानी जाती थी। हालांकि इस जीत को लेकर ये भी कहा जाता है कि टीम इंडिया ने मुकाबले में जीत एक टोटके की वजह से हासिल की। आज जब भारतीय टीम की इस जीत को पूरे साल 40 हो गए हैं तो चलिए इस मौके पर आपको बताते हैं आखिर क्या था वो टोटका और क्यों कहा जाता है ऐसा…

World Cup 1983

क्या था वो टोटका

कहा जाता है कि ये टोटका तब किया गया था जब भारतीय टीम, जिंबाब्वे के खिलाफ मुकाबला खेल रही थी। इस दौरान भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी थी और 17 रनों पर 5 विकेट गवा चुकी थी। इस दौरान भारत के सामने करो या मरो की स्थिति बनी हुई थी। कहा जाता है कि इस वक्त कपिल देव मैदान पर थे और इसी दौरान टीम के मैनेजर मानसिंह ने ड्रेसिंग रूम में एक टोटका किया। उन्हें अपने सभी खिलाड़ियों को कहा कि कोई भी हिलेगा नहीं। यहां तक की सभी खिलाड़ियों को वॉशरूम जाने की भी इजाजत नहीं थी।

इसके बाद कपिल देव की धुआंधार पारी देखने को मिली। उन्होंने 138 गेंद खेलते हुए 16 चौके और 6 छक्के लगाए। इन छक्कों-चौक्कों की बदौलत टीम इंडिया ने 266 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया। मैच में अपनी इस धुआंधार पारी के लिए कपिल देव को मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड भी दिया गया था।

कहा जाता है कि ये सब मैनेजर मानसिंह के टोटके की वजह से ही हुआ था। खैर ये था वो किस्सा जो कि 1983 के विश्व कप से जुड़ा किस्सा लेकिन सच्चाई तो सभी जानते हैं। टीम की असली मेहनत ही विश्व कप जीत का कारण थी।