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Wasim Jaffer B’day: पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर का बर्थडे आज, जानिए किन आरोपों के चलते कोच पद से देना पड़ा था इस्तीफा?

Wasim Jaffer B’day: उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में 5 शतक और 11 अर्धशतक लगाए हैं, जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल है। उन्होंने अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच, साल 2008  में कानपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था।

नई दिल्ली। फर्स्ट क्लास क्रिकेट के सरताज दिग्गज बल्लेबाज वसीम जाफर (Wasim Jaffer) का आज यानी 16 फरवरी 2022 को 44वां जन्मदिन है। घरेलू क्रिकेट में कई रिकॉर्ड्स उन्होंने अपने नाम दर्ज कराए हैं। जाफर ने अपने दूसरे ही फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच में तिहरा शतक जड़कर सनसनी मचा दी थी। 16 फरवरी 1978 को मुंबई में जन्म लेने वाले जाफर ने घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन कर अपनी कप्तानी में मुंबई को ‘रणजी ट्रॉफी’ विजेता बनाया। उन्होंने भारतीय टीम के अलावा इंडिया ए, मुंबई, विदर्भ, वेस्ट जोन और आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का प्रतिनिधित्व किया।

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वसीम जाफर ने 260 मैचों की 421 फर्स्ट क्लास पारियों में कुल 19410 रन बनाए हैं, जिसमें 51 शतक और 91 अर्धशतक शामिल हैं। उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 314 रन है। वसीम जाफर ने अपने पूरे करियर में कुल 31 टेस्ट मैच खेले और कुल 1944 रन बनाए। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में 5 शतक और 11 अर्धशतक लगाए हैं, जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल है। उन्होंने अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच, साल 2008  में कानपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कमाल करने वाले जाफर टेस्ट क्रिकेट में उतने प्रभावी नहीं रहे। साल 2000 में उन्होंने फरवरी में टेस्ट मैच के लिए डेब्यू किया, लोगों को उनसे काफी उम्मीदें भी थीं, लेकिन एलन डॉनल्ड और शॉन पोलक ने उन्हें संभलने नहीं दिया।

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उन्हें ओपनिंग का मौका भी मिला, लेकिन वो दोनों ही पारियों में कुल 10 रन ही बना पाए। जाफर ने 2008-09 और 2009-10  में मुंबई को अपने प्रतिनिधित्व में रणजी ट्रॉफी दिलाई थी। इसके अलावा 2010  में वेस्ट जोन को 16वीं दलीप ट्रॉफी भी दिलाई थी। इसके बाद वो रणजी ट्रॉफी में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। उन्होंने वानखेड़े स्टेडियम में अमोल मजुमदार का 8237 रन का रेकॉर्ड भी तोड़ा था। क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद  वसीम उत्तराखंड की घरेलू टीम के कोच बन गए। हालांकि बाद में क्रिकेट में धर्म को बढ़ावा देने के आरोपों के चलते अपने उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया। उस दौरान उन्होंने तमाम आरोपों को खारिज करते हुए उत्तराखंड क्रिकेट असोसिएशन पर सिलेक्शन में ज्यादा हस्तक्षेप की बात कही थी।