नई दिल्ली। हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने आगामी एशिया कप के लिए टीम इंडिया टीम का खुलासा किया। परंपरा के अनुरूप, इस घोषणा से काफी हलचल मच गई क्योंकि कुछ ऐसे विकल्प चुने गए, जिससे प्रशंसक और पूर्व क्रिकेटर आश्चर्यचकित रह गए। रोस्टर से उल्लेखनीय चूक में युजवेंद्र चहल, शिखर धवन और रविचंद्रन अश्विन जैसे स्टार खिलाड़ी शामिल थे। इस तरह के फैसलों ने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के सिलेक्शन प्रोसेस पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आश्चर्यों में से एक उस खिलाड़ी की अनुपस्थिति थी जिसने हाल ही में एक दशक के बाद भारतीय वनडे टीम में वापसी की थी। तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने 24 जुलाई 2013 को भारत के लिए वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था, लेकिन पूरे एक दशक तक वह अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य से बाहर रहे। उन्हें दूसरा मौका आखिरकार 1 अगस्त 2023 को वेस्टइंडीज के खिलाफ मिला, जब उन्होंने एक बार फिर भारतीय वनडे टीम का प्रतिनिधित्व किया। दस साल बाद वापसी करते हुए उनादकट ने सराहनीय प्रदर्शन करते हुए एक विकेट हासिल किया और सिर्फ पांच ओवर में 16 रन का योगदान दिया।
हालाँकि, उनकी शानदार वापसी और उल्लेखनीय प्रदर्शन के बावजूद, उनादकट को एशिया कप टीम से बाहर रखा गया था। इस फैसले ने कई क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया है, खासकर उनकी वापसी की पेचीदा परिस्थितियों को देखते हुए। प्रतिष्ठित टूर्नामेंट से उनका बाहर होना चयनकर्ताओं के सामने कठिन विकल्प चुनते समय प्रतिस्पर्धी टीम तैयार करने में आने वाली चुनौतियों को दिखाताहै।