नई दिल्ली। एक बार फिर से बीसीसीआई को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि इस बार वजह भारतीय खिलाड़ी का खराब प्रदर्शन या किसी खिलाड़ी का कोई ऐसा बयान नहीं, बल्कि इस बार वजह खिलाड़ियों के खाने का मैन्यू चाट है, जिसे लेकर लोगों का गुस्सा सांतवे आसमान पर पहुंच चुका है। खिलाड़ियों के मैन्यू चाट को लेकर लोग बीसीसीआई की जमकर फटकार लगा रहे हैं। आखिर ऐसा क्या है इस मैन्य चाट में जिसे जानकर लोगों का गुस्सा सांतवे आसमान पर पहुंच चुका है। आइए, इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं।
दरअसल, भारत और न्यूजीलैंड का मैच होने जा रहा है। मैच खेलने के लिए दोनों ही टीमें कानपुर पहुंच चुकी है। दोनों ही टीमों के खिलाड़ी लेंडमार्क टावर बायो बबल में ठहरे हुए हैं। खैर, मैच से पहले किस खिलाड़ी को क्या खाना है क्या क्या नहीं। ब्रेकफॉस्ट में क्या रहेगा। डीनर में क्या रहेगा और लंच में क्या रखा जाएगा। यह सब कुछ तय हो चुका था और इसका बकायदा पूरा मैन्यू चाट भी बीसीसीआई की तरफ से जारी किया गया, लेकिन जैसे ही लोगों को इसके बारे में पता लगा, तो उनका गुस्सा सांतवे आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने बीसीसीआई की जमकर क्लास लगा दी।
Team India now being forced to have Halal Food after showing the knee by the woke BCCI
Is BCCI bending back to Halal lobby ? #BCCI_Promotes_Halal pic.twitter.com/XM8gYfhT1M
— Guruprasad Gowda (@Gp_hjs) November 23, 2021
दरअसल, इस मैन्यू चाट में लिखा हुआ था कि सब कुछ हलाल होना चाहिए। वहीं जैसे लोगों को पता लगा कि खिलाड़ियों के लिए हलाल मीट की व्यवस्था की गई, तो लोग भड़क गए। अमूमन, मुस्लिम समुदाय हलाल मीट खाते हैं और हिंदू समुदाय के लोग झटके से मारे जाने वाला मीट खाते हैं। वहीं ,जैसे ही लोगों को इसके बारे में पता लगा, तो उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जब भारतीय टीम के सारे खिलाड़ी हिंदू हैं, तो हलाल मीट खाने की व्यवस्था किस आधार पर तय की गई है। ऐसे में लोग बीसीसीआई के इस रवैये का विरोध कर रहे हैं।
अब तक 21 हजार से भी अधिक लोग ट्वीटर पर बीसीसीआई के इस मैन्य चाट का विरोध कर रहे हैं। बीसीसीआई के इस रवैये पर सवाल उठाया जा रहा है कि यह संस्था कैसे भारतीय खिलाड़ियों की परंपरा के विरोध में जाकर खाने का मैन्यू चाट तय कर सकती है। खैर, अब देखने वाली बात होगी कि बीसीसीआई लोगों के गुस्से के बाद उसका अगला कदम क्या रहता है। वहीं, इस पूरे मसले की गंभीरता को भांपते हुए Promotes Halal के बारे में UPCA के एपेक्स कमेटी ऑफिशियल अहमद अली खान ने बताया- यह सब फालतू के ट्रेंड चल रहे है और जो लोग यह ट्रेंड चला रहे हैं वह लोग बीसीसीआई को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, इससे पहले भी कई मौकों पर बीसीसीआई की तरफ से खाने का मैन्य चार्ट तैयार किया गया है, लेकिन अभी इस तरह का विरोध दर्ज नहीं किया गया।