नई दिल्ली। दुनिया के सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडर्स में से एक रवींद्र जडेजा लगातार अंतर्राष्ट्रीय करियर में अपनी चमक बिखेरते जा रहे हैं बता दें कि जडेजा ना सिर्फ अपनी बल्लेबाज से बल्कि गेंदबाजी से भी खूब धमाल मचाते जा रहे हैं। क्रिकेट का कोई भी फॉर्मेट में हो, हर फॉर्मेट में जडेजा भारत के लिए एक भरोसेमंद लोअर-मिडिल ऑर्डर केभरोसेमंद बल्लेबाज बन गए हैं। जडेजा के खेल में आए निखार के पीछे उन्होंने एक खास वजह बताई है। बता दें कि एमएस धोनी द्वारा दी गई उस सलाह का खुलासा किया है, जो उन्हें साल 2015 में मिली थी और जिसने उनका करियर बदल डाला। इस मुद्दे पर इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जडेजा ने कहा कि, ‘मुझे याद है कि मुझसे 2015 विश्व कप के दौरान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा था कि मैं उन गेंदों पर शॉट मारने की कोशिश कर रहा हूं, जिनपर मुझे शॉट नहीं लगाना चाहिए। मुझे भी लगा कि शायद मेरे शॉट सिलेक्शन में दिक्कत है। शुरुआत में मेरा जजमेंट सही नहीं था। मैं उस वक्त डबल माइंड में रहकर खेलता था।
मैं यही सोचता कि क्या मुझे शॉट खेलना चाहिए या नहीं?’ मैं किसी भी शॉट को लेकर असमंजस की स्थिति में रहता था। लेकिन उस दौर से निकलने के बाद अब मेरे दिमाग में शॉट मारने को लेकर साफ तस्वीर रहती है। मैं अपना समय लेता हूं और फिर खेलता हूं। मुझे पता है कि अगर मैं क्रीज पर मौजूद रहा तो रन बाद में भी बना सकता हूं। सोच में बदलाव आने से काफी मदद मिली।’
जडेजा ने बाउंसर के बारे में कहा कि जब आप शॉर्ट गेंद पर छक्का लगाते हैं तो आत्मविश्वास बढ़ता है। मुझे बाउंसर के खिलाफ कभी कोई समस्या नहीं रही। मुझे बाउंसर पर आउट होने का ज्यादा याद नहीं है। जडेजा ने माना कि उस दौरान धोनी की सलाह का काफी असर हुआ मेरे करियर में।